संवाद। सादिक जलाल
नई दिल्ली।हाल ही में, दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन ने एनएससीआई क्लब, नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। डीडीसीए गवर्निंग बॉडी ने अपने अध्यक्ष रोहन जेटली के नेतृत्व में तय समय, यानी 31 सितंबर, 2022 के भीतर वार्षिक आम बैठक (एजीएम) आयोजित करने से इन्कार करके कंपनी अधिनियम के प्रावधानों का घोर उल्लंघन किया है। हालांकि, प्रबंधन ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से 31 उिसंबर, 2022 तक का समय विस्तार ले लिया है, लेकिन आज तक डीडीसीए ने एजीएम के लिए कोई तारीख तय नहीं की है जिसके लिए स्पष्ट 21 दिन के नोटिस की जरूरत है।
वार्षिक खातों को अंतिम रूप देने में देरी कर रही वित्तीय धोखाधड़ी-
(1) सचिव ने शासी निकाय के सदस्यों को ईमेल भेजकर क्रिकेट निकाय के टेंडर में 36 करोड़ रुपये की भारी धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है।
(2) डीडीसीए के खाते में पेटीएम से 25 लाख रुपये के मार्च टिकट लेने वाले एक पदाधिकारी द्वारा धोखाधड़ी का भी पर्दाफाश किया है। पेटीएम अब अपना पैसा चाहता है जिसे डीडीसीए भुगतान नहीं कर सकता है। न ही पदाधिकारी अपने खाते से भुगतान कर सकते हैं। इसलिए डीडीसीए इस वर्ष डीडीसीए द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मैचों के खातों को अंतिम रूप देने में असमर्थ है।
सर्वाेच्च न्यायालय के 14 सितंबर, 2022 के फैसले की तारीख से 30 दिन के भीतर डीडीसीए संविधान में संशोधन का अनुपालन नहीं किया गया, क्योंकि कोई एजीएम आयोजित नहीं किया जा रहा है। संशोधन 4200 सदस्यों द्वारा एजीएम में ही किया जाना है।
प्रेस कान्फ्रेंस को पूर्व रणजी खिलाड़ी और डीडीसीए के पूर्व निदेशक संजय भारद्वाज, क्रिकेट कोच फूलचंद शर्मा, डीडीसीए के आजीवन सदस्य नवीन जिंदल और डीडीसीए के पूर्व स्थायी वकील गौतम दत्ता ने संबोधित किया। उन्होंने बताया 29 नवंबर को डीजीसीए बचाओ आंदोलन के नाम से संकेतिक धरना भी दिया जाएगा