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उर्दू दैनिक इंकलाब के रिपोर्टर जावेद खान का इंतकाल

सीतापुर/ खैराबाद नगर क्षेत्र के मोहल्ला शेख सराय के रहने वाले जावेद खान(40 )पुत्र नशेरू जो उर्दू दैनिक इंकलाब अखबार के जिला ब्यूरो चीफ थे। जावेद खान एक खुश मिजाजी,एख़लाकी संस्कारी और मिलन सारी व्यक्ति थे अपनी मुस्कुराहट से लोगों का दिल जीत लेते थे वो आज इस फानी दुनिया से कूच कर गए। खैराबाद कस्बे के लोगों ने नम आंखों से जावेद साहब को मोती झील अजगेबपीर बाबा कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया।
 बताते चलें कि जावेद साहब मदरसा नजमुल इस्लाम आधुनिकीकरण शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। 15 नवंबर को जावेद साहब को मामूली बुखार का एहसास हो हुआ तो घर जाकर दवा लिया। 16 नंबर को डेंगू के लक्षण के आसार लगे जिस पर नजदीक के क्लीनिक पर इलाज चल रहा था की तबीयत में सुधार ना होने से उनको पीजीआई लखनऊ ले जाया गया जहां पर बेड की व्यवस्था ना होने पर मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया खबर मिली कि जावेद साहब कोमा में है और लीवर पर इंफेक्शन है बेहोशी की हालत में रखा गया है। शुक्रवार को डॉक्टर द्वारा बताया जा रहा था कि रिपोर्ट अच्छी जा रही है लेकिन लिवर पर इंफेक्शन होने की वजह से खतरा बना हुआ है। जावेद साहब के परिवार वालों ने मेदांता से एरा हॉस्पिटल मे भर्ती कराया जहां पर उन्होंने आज मंगलवार को सुबह 6:00 बजे अंतिम सांस ली और फानी दुनिया से कूच कर गए। जावेद साहब अपने अच्छे स्वभाव से जाने पहचाने जाते थे। जावेद साहब अपने पीछे बूढ़ी मां,बीवी और दो मासूम बच्चियां एक बच्चे की उम्र 5 साल दूसरी बच्ची छह माह की छोड़ कर चले गए। इंतकाल की खबर सुनते ही रंजो गम के माहौल में खैराबाद  तब्दील हो गया और हजारों की संख्या में छोटे बड़े बूढ़े जावेद भाई को आखरी बार देखने के लिए घर पर भीड़ बेसब्री से लोग इंतजार करते रहे। लगभग 9:30 बजे जावेद भाई का जनाजा आते ही रंजो गम का माहौल हो गया।हजरत बड़े मखदूम साहब दरगाह पर बाद नमाज जोहर 2:15 बजे जनाजे की नमाज हजारों की तादाद में अदा की गई और आबाई कब्रिस्तान मोतीझील में नम आंखों से दफन किया गया।