राजनीति

अखिलेश जी ने राजधर्म निभाया होता तो योगी जी जेल में होते- शाहनवाज़ आलम

आगर, . सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान कि उनके सामने भी योगी जी की फाइल आई थी लेकिन उन्होंने अधिकारियों से एफआईआर दर्ज न करने और मामलों को बन्द कर देने का निर्देश दिया था, सपा और भाजपा के बीच गुप्त समझौते को प्रमाणित करता है. अखिलेश यादव और इससे पहले उनके पिता स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव जी ने हमेशा योगी को बढ़ावा दिया ताकि मुसलमान डर के कारण सपा को वोट देते रहें.
यह बातें उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 74 वीं कड़ी में कहीं.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अखिलेश यादव के इस बयान से मुसलमानों को समझ लेना चाहिए कि सपा और अखिलेश यादव के सहयोग के चलते ही आज योगी जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. अगर उन्होंने राजधर्म निभाया होता तो आज योगी जी दंगों और भड़काऊ भाषणों के मुकदमों में जेल में होते.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों को यह भी समझना होगा कि जब तक वो सपा को वोट देते रहेंगे भाजपा को हराना नामुमकिन है. क्योंकि उनके सपा को वोट करने के कारण ही न चाहते हुए भी गैर सपाई पिछड़ों, अतिपिछड़ों, दलितों और सवर्णो का बड़ा हिस्सा भाजपा को वोट करता है. यही भाजपा की ताक़त का राज है. उन्होंने कहा कि मतदान के इस पैटर्न के कारण ही बहुत सी जातियाँ न चाहते हुए भी भाजपा की मुस्लिम विरोधी राजनीति का वाहक हो जाती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि मुसलमानों के 20 प्रतिशत वोट के कारण ही 5 प्रतिशत आबादी वाली एक तबके की गुंडागर्दी उन्हें झेलनी पड़ती है जो न सिर्फ़ अन्य पिछड़ों का हिस्सा खा जाती हैं बल्कि दलित और कमज़ोर तबकों पर जुल्म भी करती हैं.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जिन राज्यों में मुसलमानों द्वारा कांग्रेस को नहीं छोड़ने के कारण सपा और बसपा जैसी पार्टियां नहीं पनप पायीं वहाँ भाजपा बहुत मजबूत नहीं है और उसे चुनाव में हार का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा हर तबके को कांग्रेस से जोड़ रही है. उत्तर प्रदेश में भी अन्य तबके बहुत उम्मीद से मुसलमानों के कांग्रेस में वापस आने की राह देख रहे हैं. अगर मुसलमान वापस आते हैं तो भाजपा और सपा से त्रस्त सभी तबके कांग्रेस के साथ आ कर देश को एक सेकुलर और प्रगतिशील सरकार दे सकते हैं.