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सेना द्वारा 1971 में पाकिस्तान पर अविस्मरणीय जीत पर मनाया जाता है नौसेना दिवस: लक्ष्मी

संवाद-मो नजीर क़ादरी

महाबोघि विहार,गौतम नगर में वैचारिक गोष्ठी करके मनाया गया नौसेना दिवस

अजमेर । महाबोधि गौतम नगर महाबौधि मार्ग स्थित बौद्व मठठ के भवन में रविवार को भारतीय नौसेना दिवस के अवसर पर वैचारिक गोष्ठी का आयोजन करके देश के सैनिको को नमन किया गया।मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षाविद श्रीमती लक्ष्मी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि भारतीय सेना पर पाकिस्तान की सेना ने 03 दिसम्बर 1971 को आक्रमण किया था और उसका मुहंतोड जवाब देकर पाकिस्तान की सेना की ईंट से ईंट बजा दी और उस अविस्मरणीय जीत के नोसेना दिवस मनाया जाता है।विशिष्ठ अतिथि के रूप में जन सेवा समिति के संस्थापक व महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि सेना के शहीद सैनिको के बलिदान के कारण ही हमस ब आजादी से सुरक्षित रहते है।देश के सैनिक सर्दी,गर्मी, बरसात,आंधी,तूफान में मुस्तैदी से देश की और हमारी रक्षा करते हैं हम उनको नमन करते है।बौद्व मठठ के अध्यक्ष गुणवन्त राहुल ने बताया कि झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की सेना की झलकारी बाई ने देश का नाम वीरांगनाओ में रोशन किया।इस अवसर पर रवि कुमार ने बताया कि हम सबको चाहिये कि देश हित को सर्वाेपरी मानकर अपने अपने धर्म एवं मजहब से अधिक प्राथमिकता प्रदान करके भारत देश को विश्व गुरू के रूप में कहलाने में पूरा पूरा योगदान प्रदान करे।वरिष्ठ अध्यापक पुष्पेन्द्र कुमार ने बताया कि इस अवसर पर सबने महात्मा बुद्व की प्रतिमा के आगे कैन्डिल प्रज्जवलित करके देश के शहीदो को नमन किया और उनकी आत्मा की मुक्ति की प्रार्थना करते हुए देश के जवानो को नौसेना दिवस की हार्दिक शुभकानाऐ प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
सचिव श्रीमती सोनी गुणवन्त राहुल ने समस्त देशवासियो से अपील की कि हम सबको दायित्व हे कि देश की सेना के जवानो की हौसला अफजाई करते रहे। ।