राजनीति

क्या आम आदमी पार्टी बनेगी कांग्रेस का विकल्प

संवाद – अज़हर उमरी

नई दिल्ली , सम्पूर्ण भारत ने गुजारत , हिमाचल प्रदेश और एम सी डी के चुनाव को देखा इस पूरे चुनाव में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी,भाजपा ने गुजरात में बंपर जीत हासिल की है और एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला इसके साथ दोनों राज्यों में अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी ने भी अपनी दावेदारी ठोक दी थी। गुजरात में तो पार्टी की ओर से दावा किया जा रहा था कि इस बार तो सरकार हम ही बनाएंगे। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। आम आदमी पार्टी को गुजरात में सिर्फ 5 सीटें मिली । हिमाचल में पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा। हालांकि, यह बात भी सत्य है कि आम आदमी पार्टी की ओर से लगातार कांग्रेस का विकल्प बनने की कोशिश की जा रही है। पार्टी यह दम भर रही है कि भले ही 2024 में नहीं लेकिन 2029 का लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी बनाम अरविंद केजरीवाल हो सकता है। जिन पांच राज्यों में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने दम भरा था, उनमें क्या है पार्टी का हाल वह एक नज़र में देख सकते है,

गुजरात

गुजरात में पार्टी ने 182 सीटों में से 181 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। 176 सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा है। 5 सीटों पर उसके उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। 126 सीटों पर आम आदमी पार्टी की जमानत जब्त हुई है। 14 सीटों पर नोटा से भी कम वोट मिले हैं। आपके लिए गुजरात में एक चीज जो अच्छी रही वह यह थी कि पार्टी को 12.92 फ़ीसदी का वोट मिला। 2017 में यह आंकड़ा 0.62% था। 35 सीटों पर आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर रही।

 

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि, हिमाचल में पार्टी का प्रदर्शन बुरा रहा। हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी को 1.10% वोट मिला है। 68 सीटों में से पार्टी ने 67 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। सभी सीटों पर पार्टी की जमानत भी जब्त हुई है। 22 सीटों पर नोटा से भी कम वोट मिला है।

 

उत्तर प्रदेश 

इसी साल उत्तर प्रदेश में भी विधानसभा के चुनाव हुए थे। उत्तर प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी की ओर से मजबूती से चुनाव लड़ने की बात कही गई थी। उत्तर प्रदेश की 403 सीटों में से 349 सीटों पर पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। पार्टी को सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, आम आदमी पार्टी की जमानत भी सभी सीटों पर जब्त हो गई। 306 सीटों पर नोटा से भी कम वोट मिला।

 

उत्तराखंड

उत्तराखंड में भी इस साल चुनाव हुए थे। उत्तराखंड में पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। 68 सीटों पर पार्टी किस जमानत जब्त हो गई। पार्टी के खाते में एक भी सीट नहीं आई। वोट प्रतिशत की बात करें तो पार्टी को 3.31% वोट मिला है। वहीं, 11 जगहों पर नोटा से भी कम वोट मिले हैं।

गोवा

गोवा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा किया था। गोवा में जातीय और धार्मिक समीकरणों को भी पार्टी की ओर से साथा गया था। अरविंद केजरीवाल ने गोवा में जमकर प्रचार भी किया था। पार्टी ने 40 में से 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। 37 सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। 35 सीटों पर पार्टी की जमानत जब्त हो गई। 2 सीटों पर नोटा से भी कम वोट मिले। वोट प्रतिशत की बात करें तो पार्टी को 6.77% वोट मिले।