कम्प्यूटर प्रिंटिंग कोर्स करने के बाद ज्यादा पैसे कमाने के लिए दिया घटना को अंजाम
कर्ज़ा चुकाने के लिए जाली नोटों का शुरू किया कारोबार
मथुरा। जीआरपी मथुरा जं0 और बनारस पुलिस कमिश्नरेट की संयुक्त टीमों के द्वारा नोटों की बनारस मैं छपाई/खपत/ जालसाजी करने वाले संगठित गिरोह के सरगना 25000/- का इनामी रौनक उर्फ मुकेश को गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से 21 हजार रुपये के जाली नोट,अर्द्ध निर्मित जाली नोट, जाली नोट छापने के उपकरण व अन्य सामग्री (अनुमानित कीमत करीब 7 लाख) बरामद किए गए हैं। बताते चले कि
पुलिस अधीक्षक रेलवे, आगरा मुहम्मद मुश्ताक द्वारा चलती ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर आपराधिक घटनाओं एवं तस्करी की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे सघन चैकिंग अभियान के अनुक्रम में दिनांक 09.12.2022 को जीआरपी मथुरा जं0 द्वारा जाली नोटों का अवैध कारोबार करने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफास करते हुए 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था । जिनके कब्जे से 01 लाख 50 हजार रुपये के जाली नोट, अर्द्ध निर्मित जाली नोट व नोट छापने का सिक्योरिटी पेपर बरामद हुआ था।
जिसपर पर पुलिस अधीक्षक रेलवे ने पुलिस उपाधीक्षक रेलवे, आगरा सुदेश गुप्ता के निकट पर्यवेक्षण में 08 टीमों का गठन कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे । गठित टीमों द्वारा अथक परिश्रम करते हुए बनारस पुलिस की मदद से गिरोह के सरगना 25000/- का इनामी रौनक उर्फ मुकेश को श्रीनगर कालोनी स्थित नवनिर्मित मकान, थाना सारनाथ बनारस से बडी संख्या में तैयार जाली नोट,अर्द्ध निर्मित जाली नोट व जाली नोट छापने के उपकरण व अन्य महत्वपूर्ण सामग्री के साथ जाली नोट तैयार करते हुए गिरफ्तार किया गया।
कम्प्यूटर प्रिंटिंग डिप्लोमा होल्ड हैं अभियुक्त
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त ने बताया कि मैंने प्रिंटिंग कोर्स का डिप्लोमा किया हुआ है और मैं पूर्व में एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था । इसी दौरान मैंने सन साईट कम्पनी में अपना पैसा इन्वेस्ट किया था, जिसमें मुझे हानि हो गयी और मुझ पर लोगों का काफी कर्जा हो गया था, जिसे चुकाने के लिये मैं किसी भी प्रकार से ज्यादा पैसा कमाना चाहता था इसी दौरान मेरा सम्पर्क माल्दा पश्चिम बंगाल के नकली नोट बनाने वाले गिरोह, ब्रजेश मौर्या (जो कई बार जेल जा चुका है) से और उसके अन्य साथी जो दिल्ली, मुम्बई, हरियाणा, पटना के रहने वालों से हुआ था। ब्रजेश और उसके सहयोगियों ने मुझे नकली नोट छापने तथा उसमें प्रयोग होने वाले उपकरण आदि की भी जानकारी दी थी।
ब्रजेश और माल्दा पश्चिम बंगाल के सहयोगियों के बताये अनुसार मैंने, सिक्योरिटी पेपर तथा सिक्योरिटी थ्रेड GUANGZHOU BONEDRY CO. LTD. चाईना से ऑनलाइन www. Alibaba.com से आर्डर कर, प्रिंटिंग का पूरा सेटअप कोरियर के माध्यम से प्राप्त किया था । साहब चीन से कई बार सिक्युरिटी पेपर आने में लेट भी हो जाता था इसलिए चीन की कम्पनी से सिक्युरिटी थ्रेड जिस पर RBI, भारत लिखा रहता था उसका बंडल भी हम लोग मंगा लेते थे और बनारस में सिक्युरिटी पेपर पर सिक्युरिटी थ्रेड और वाटरमार्क भी बना लेते थे ।लेकिन इसकी क्वॉलिटी चीन के सिक्युरिटी पेपर से खराब होता था लेकिन मांग ज्यादा होने के कारण इसके भी नक़ली नोट हम लोग बना लेते थे।
सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, केमिकल, स्याही और अन्य सामानों का भुगतान ऑनलाइन /ऑफलाइन तरीके से हम लोग करते थे। हमने रमेश (इंजीनियर) के घर को किराये पर लेकर, अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर नकली नोट छापने लगे और DTDC कोरियर कम्पनी व अपने साथियों के माध्यम से भारत के अलग-अलग राज्यों में नकली नोट सप्लाई करने लगे इसी बीच मेरी मुलाकात नकली नोट का काम करने वाले कलीमुल्ला व मो0 तकीम से हुई जो नकली नोटों का कार्य माल्दा पश्चिम बंगाल के सनाउल आदि के साथ मिलकर करते थे । ब्रजेश ने मेरी भी मुलाकात सनाउल व उसके सहयोगियों से कराई थी, उन्ही के कहने पर कलीमुल्ला मुझ से नकली नोट लेकर जाने लगा था जिसके बदले वह मुझे सिक्योरिटी पेपर व असली करैंसी लाकर देता था । आज भी मैं नोटों की छपाई कर रहा था कि आप लोगो ने रंगे हाथ मुझे पकड़ लिया।
इस तरह देते थे को अंजाम ये थाअपराध करने का तरीका
अभियुक्त गण तकनीकी रुप से उच्च शिक्षित शातिर किस्म के अपराधी हैं जो ऑनलाइन साइट व अन्य माध्यम से तकनीकी का प्रयोग कर चीन व अन्य जगहों से ऑनलाइन/ऑफलाइन पैमेंट कर कोरियर के माध्यम से जाली करैंसी छापने हेतु आवश्यक सामग्री सिक्योरिटी पेपर, सिक्यॉरिटी थ्रेड,स्याही, कलर,उपकरण आदि सामान को मंगाकर, जाली भारतीय करैंसी की छपाई कर अपने आर्थिक एवं भौतिक लाभ कमाने हेतु जाली करैंसी की सप्लाई के लिये देश के अलग-अलग राज्यों में बडे स्तर पर नेटवर्क स्थापित कर जाली करैंसी का कारोबार करते हैं जाली नोटों को असली के रुप में प्रयोग कर देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला कार्य कर अपार धन अर्जित करते हैं । इनकी गिरफ्तारी से निश्चय ही जाली करैंसी का कारोबार करने वाले लोगों में कानून का भय व्याप्त होगा और देश व कानून विरोधी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगेगा ।
ये की गई बरामदगी
1- 500-500 रुपये के 42 जाली नोट (21 हजार रुपये)
2-500-500 रुपये के 04 अर्द्ध निर्मित जाली नोट
3-सिक्योरिटी थ्रिड का रोल
4-01 कम्प्यूटर मय सहवर्ती उपकरण
5-01 यू0पी0एस0
6-01 प्रिन्टर EPSON (हाई क्लास)
7-01 फोटो स्टेट मशीन बडी
8-01 लेमीनेशमन मशीन
9-01 पंचिंग मशीन बडी
10-01पेपर कटर
11- 08 फ्रेम स्लाइडर अलग अलग साईज के
12-10 लकडी के फ्रेम(कैनवास)
13-02 बोर्ड लकडी के
14-03 फ्रेम धातु के
15-जाली नोट छापने के लिये प्रयोग में आने वाले अन्य उपकरण व सामग्री (स्याही,पाउडर, स्क्रीन printing वाटर मार्क आदि)
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में ये रहे शामिल
1.प्रभारी निरीक्षक विकास सक्सेना थाना जीआरपी मथुरा जं0
2.व0उ0नि0 कुलवीर सिंह तरार थाना जीआरपी मथुरा जं0
3.उ0नि0 विनीत कुमार उपाध्याय थाना जीआरपी मथुरा जं0
4.है0का0 रवि शंकर थाना जीआरपी मथुरा जं0
5.कानि0 देवेन्द्र कुमार थाना जीआरपी मथुरा जं0
6.कानि0 भूपेन्द्र सिंह थाना जीआरपी मथुरा जं0
7.प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह S.O.G. वाराणसी मय टीम
8.उ0 नि0 प्रदीप यादव चौकी प्रभारी लालपुर थाना लालपुर पांडेयपुर जनपद वाराणसी
9.उ0नि0 शैलेन्द्र ओझा थाना सारनाथ जनपद वाराणसी
10.का0 देवेन्द्र प्रताप सिंह थाना सारनाथ वाराणसी।