संवाद -मो नज़ीर क़ादरी
ऊर्जा संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये उत्तर पश्चिम रेलवे को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर मिले 5 पुरस्कार
अजमेर , भारत सरकार द्वारा ऊर्जा संरक्षण दिवस पर अजमेर कैरिज कारखाने को बड़ी औद्योगिक ईकाई–सरकारी भवन श्रेणी में ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार भारत की राष्ट्रपति माननीया द्रौपदी मुर्मू द्वारा उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री विजय शर्मा एवं प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री अमिताभ को प्रदान किया गया।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार श्री विजय शर्मा, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे के दिशानिर्देशों पर उत्तर पश्चिम रेलवे, ऊर्जा संरक्षण के साथ पर्यावरण को सुदृढ़ बनाने के लिये भी लगातार सकारात्मक कदम उठा रहा है, जिसमें परम्परागत संसाधनों के स्थान पर पर्यावरण अनूकुल स्त्रोतो का अधिकाधिक उपयोग किया जा रहा हैं। अजमेर कारखाने के कैरिज एवं लोको प्रशासनिक भवन पर 192.23 kWp क्षमता के सोलर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये गये है। सत्र 2021–22 में अजमेर कैरिज एवं लोको कारखाने के प्रशासनिक भवन में ऊर्जा खपत के लिए 100 प्रतिशत नवीनीकरण स्रोत (सोलर ऊर्जा) का प्रयोग करते हुए 3411 यूनिट ऊर्जा की बचत के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार–2022 में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
ऊर्जा संरक्षण के लिये किये गये प्रयासों के फलस्वरूप राजस्थान सरकार द्वारा ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2022 में उत्तर पश्चिम रेलवे को विभिन्न श्रेणियों में 4 पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई है।
राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2022 में उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर कैरिज कार्यशाला को बड़ी औद्योगिक इकाई– उद्योग श्रेणी में प्रथम, नागौर रेलवे स्टेशन को रेलवे स्टेशन श्रेणी में प्रथम, दौसा रेलवे स्टेशन को रेलवे स्टेशन श्रेणी में द्वितीय तथा सरकारी बिल्डिंग श्रेणी में क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान, (ZRTI) उदयपुर को तृतीय पुरस्कार दिया गया है।
कैप्टन शशि किरण ने बताया कि विगत समय में उत्तर पश्चिम रेलवे पर ऊर्जा संरक्षण के साथ पर्यावरण को सुदृढ़ बनाने के लिये अनेक कार्य किये गये है, जिनसे ऊर्जा की बचत तो हो ही रही है साथ ही पर्यावरण का संरक्षण कर राजस्व की भी बचत की जा रही है। उत्तर पश्चिम रेलवे परिक्षेत्र सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए समृद्व है। इस रेलवे पर अभी तक कुल 7128 kWp क्षमता के सोलर पैनल स्थापित किये गये है। इन सौलर पैनल के स्थापित होने से इस रेलवे पर प्रतिवर्ष 94 लाख से अधिक यूनिट की ऊर्जा की बचत की जा रही है। जिससे प्रतिवर्ष लगभग 5.64 करोड रुपए के रेल राजस्व की बचत की जा रही है।
इसके अतिरिक्त उत्तर पश्चिम रेलवे में लगभग 360 kWp क्षमता के सोलर सिस्टम लगाने के कार्य प्रगति पर है।
कैप्टन शशि किरण ने बताया कि रेलवे पर 14 से 20 दिसंबर 2022 तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह भी मनाया जा रहा है। इस सप्ताह के दौरान रेल अधिकारियों/ कर्मचारियों एवं परिवारजनों को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता करने के लिए अनेक कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त ऊर्जा संरक्षण के लिये रेलवे पर ऊर्जा दक्ष उपकरणों तथा आधुनिकतम तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिनमें 100% एलईडी लाइट का प्रावधान, स्टेशन प्लेटफार्म, स्टेशन बिल्डिंग व कार्यालयों में सेंसरयुक्त आधारित प्रणाली की स्थापना जिसमें वहॉ कोई न होने पर स्वतः ही लाइट बंद हो जाना, वाटर सप्लाई पम्पों में ऑटोमैटिक प्रणाली लगाना, हाई-मास्ट तथा स्ट्रीट लाइट उपकरणों में एस्ट्रों टाइमिंग का प्रयोग करना तथा ऊर्जा दक्ष व स्टार रेटिंग युक्त उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है।
इस रेलवे पर प्रयास रहा है कि ऊर्जा संरक्षण के माध्यम से राजस्व की बचत की जा रही है साथ ही पर्यावरण अनुकूल साधनों का उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण के दायित्व को भी पूरा किया जा रहा है। रेलवे पर गैर परम्परागत स्त्रोतों से ऊर्जा प्राप्त करने के कार्यों पर विशेष बल दिया जा रहा है।