- आज जनपद के 74 केंद्रों पर आयोजित होगा मुख्यमंत्री आरोग्य मेला
- प्रत्येक रविवार को शहरी व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले मरीजों को मिलती हैं चिकित्सीय सुविधाएं
आगरा। जनपद में रविवार को शहरी व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य मेले में समुदाय के लोगों को एक ही छत के नीचे स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध कराई जाएंगी। नवंबर माह के चारों रविवार को और दिसंबर माह के प्रथम व द्वितीय रविवार को आयोजित मेले के दौरान 17232 मरीजों को उपचार मिला चुका है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन से पूर्व आशा कार्यकर्ता और आशा संगिनी मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में जन भागीदारी के लिए लोगों को सूचित करती हैं साथ ही अपने क्षेत्र से मरीजों को स्वास्थ्य कार्य तक लाने में सहयोग करती हैं ।
डीपीएम कुलदीप भारद्वाज ने बताया कि बीते डेढ़ माह में 74 शहरी व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित हुए मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में 7115 पुरुष, 7459 महिलाओं और 2668 बच्चों को उपचार दिया गया। इसमें 1386 आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए गए। 178 लोगों का हेपेटाइटिस बी का टेस्ट किया गया। इसमें 7 लोगों में हेपेटाइटिस बी की पुष्टि हुई।
85 मरीजों की आंखें जांच की गई, 428 मरीजों का बुखार का उपचार किया गया, 271 मरीजों की मलेरिया किट से जांच की गई, इसमें किसी को भी मलेरिया की पुष्टि नहीं हुई। वहीं, मेलों के दौरान 48 मरीजों की डेंगू की भी जांच की गई, लेकिन किसी में डेंगू नहीं मिला। मेलों में आए 232 मरीजों को लिवर संबंधी समस्या थी, वहीं 1478 मरीजों ने सांस संबंधी समस्या के बारे में बताया, 1519 मरीजों को पेट संबंधी समस्या थी।
2910 मरीजों को दाद, खाज, खुजली (चर्मरोग) की समस्या होने पर उपचार दिया गया। इन मेलों के दौरान 106 टीबी संभावित मरीज मिले। 368 मरीजों को एनीमिया, 170 मरीजों को हाइपरटेंशन का उपचार दिया गया। 41 कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनके उपचार के लिए समुचित कार्रवाई की गई।
नगला धनी निवासी 26 वर्षीय पिंकी (बदला हुआ नाम) बताती हैं कि उनके गले में काफी दिन से गांठ थी, इस कारण उन्हें रोज रात को बुखार आ जाता था। क्षेत्रीय आशा मधु ने मुख्यमंत्री आरोग्य मेला में जाकर उपचार कराने के लिए कहा। वह घर के पास स्थित जीवनीमंडी नगरीय स्वास्थ्य केंद्र में लगे मेले में जाकर उन्होंने खुद को डॉ. मेघना शर्मा का दिखाया। परीक्षण के बाद डॉ. मेघना ने उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां पर जाकर उनकी ट्यूबरकुलोसिस सहित अन्य जांच की गई। अभी उनका उपचार किया जा रहा है।