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विवि में महिलाओं का यौन उत्पीड़न समस्या एवं समाधान” पर हुई कार्यशाला

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के “महिला सेल” द्वारा आज दिनांक 17 दिसम्बर 2022 को “कार्य स्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न समस्या एवं समाधान” विषय पर कुलपति प्रो. आशु रानी की अध्य्क्षता में सेठ पदम् चंद जैन संस्थान में कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला का शुभारंभ माँ सरस्वती वंदना के साथ माँ सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया सरस्वती वंदना, (समाज विज्ञानं संस्थान) की छात्रा शिवांगी दुबे द्वारा प्रस्तुत की गई । कार्यक्रम में सबसे पहले सभी अतिथियों का स्वागत किया गया ।

निर्मला दीक्षित (सदस्य महिला आयोग, उ. प्र.) ने सभागार में उपस्थित सभी महिलाओं को अत्मसमान और स्वाभिमान के लिये निर्भीकता एवं निडरता से जीवन के पथ पर चलने की आवश्यकता बताई। उन्होंने बताया लैंगिकता का अनुपात कुदरत ने नहीं बनाया, यह समय परिवर्तन के साथ समाज में विकसित हुआ है। महिलाओं के अन्याय सिर्फ कार्य स्थल पर ही नहीं, घर से भी शुरू होता है। इसीलिए हम सबको सिर्फ बेटी ही नहीं, घर में बेटों को भी संस्कार देने चाहिये। बच्चों को रिश्तों की अहमियत और स्त्री के प्रति स्नेह, प्रेम और प्यार की परिभाषा समझाएं।

आज के विषय पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने आत्मसम्मान के लिए कार्य करना होगा सभी को साथ लेकर चलना होगा, लड़का/लड़की का भेदभाव ख़त्म करना होगा. हम सभी को अपने बच्चों को सही संस्कार देने होंगे बचपन से उन्हें सही बातो को बताना होगा. साथ ही उन्होंने बताया ही घरेलू हिंसा का सही मतलब भी पता होना चाहिए हम सभी को दोनों पक्षों को सुनना चाहिए, उन्होंने बताया कि अपने सामने हो रहे अन्याय को देखना भी अन्याय है. आज के समय महिलाये हर जगह काम कर रही है . महिलाएं सीमाओं पर देश की रक्षा कर रही है. कोरोना जैसे काल में भी महिलाओ का इस महामारी से निकलने में पूरा योगदान रहा है।

नर्मता मिश्रा (वरिष्ठ अधिवक्ता सिविल कोर्ट) ने आज इस कार्यशाला के विषय पर विस्तृत जानकारी दी और बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में महिला सेल का गठन होना एक बहुत अच्छी पहल है. महिला सेल होने से सभी महिलाये अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी. साथ ही उन्होंने यौन उत्पीड़न के खिलाफ महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2013 के बारे में जानकारी दी और अपने अधिकारों के बारे में बताया साथ ही उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के यौन उत्पीड़न इलेक्ट्रॉनिक बॉक्स (Sexual Harassment electronic–Box – SHe-Box) के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि जहां सामने वाले व्यक्ति की मंशा गलत होती है वहीं यौन उत्पीड़न होता है।

आप सभी को पता होना चाहिए कि यौन उत्पीड़न आखिर हैं क्या, जैसे बिना सहमति के टच करना , अश्लील वीडियो या क्लिप भेजना , ये सभी योन उत्पीड़न के उधाहरण हैं. साथ ही जानकारी देते हुए उन्होंने Internal Complaint Committee (ICC) और Local Complaints Committee (LCC) के बाते में भी बताया और कहा की प्रत्येक नियोक्ता को प्रत्येक कार्यालय या शाखा में 10 या अधिक कर्मचारियों के साथ एक आंतरिक शिकायत समिति का गठन करना आवश्यक होता है। अंत में उन्होंने यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए सभी को शपथ ग्रहण भी कराई।

प्रो. विनीता सिंह (समन्वयक महिला सेल) ने आज की कार्यशाला के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी और बताया कि आज के समय में इस तरह के कार्यक्रमों की बहुत आवश्यकता है. हम सभी को अपने अधिकारों के बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी है।प्रो. प्रोफेसर मोहम्मद अरशद (अधिष्ठाता छात्र कल्याण) ने कहा की कार्य स्थल पर लैंगिक समानता के लिये चल रही लड़ाई सिर्फ महिलाओं की ही नहीं, पुरुषों की भी है। समाज में बेहतर कल लाने के लिये यह ज़रूरी है कि नये कानून लाये जाएं और बेटियों को उनके अधिकारों से अवगत कराया जाए। बेटों को घर से ही संस्कार देने की शुरुआत की जाए जिससे महिलाओं और पुरुषों के बीच यह असमानता खतम की जा सके ।

प्रो. यू.एन. शुक्ला (सदस्य, महिला सेल) ने भी आज के विषय “कार्य स्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न समस्या एवं समाधान” पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम पुरुषों को समाज में औरत के हर रिश्ते और रूप को समझना है एवं सम्मान करना चाहिए। साथ ही कहा कि इस तरह कार्यक्रमों से सभी में जागरूकता उत्पन्न होती है।

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की छात्राओ द्वारा “कार्य स्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न : समस्या एवं समाधान” विषय पर प्रकाश डालते हुए उद्बोधन दिए गए , जिसमे सेठ पदम् चंद जैन संस्थान से प्रिया गुप्ता, गृह विज्ञान संस्थान से श्रीजी, समाज विज्ञानं संस्थान से वाणी अग्रवाल ने दिया।

अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अचला गक्खर (सह समन्वयक, महिला सेल) द्वारा दिया गया. मंच का संचालन डॉ. स्वाति माथुर (सदस्य, महिला सेल) द्वारा किया गया । कार्यक्रम में उपस्थित रहे महिला सेल से प्रो. विनीता सिंह (समन्वयक) , प्रो. अचला गक्खर (सह समन्वयक), प्रो. यू.एन. शुक्ला (सदस्य), डॉ. स्वाति माथुर (सदस्य), डॉ. रतना पाण्डेय (सदस्य), डॉ. राजीव वर्मा, डॉ. नीलम यादव, डॉ. मोनिका अस्थाना, साथ ही वि.वि. से प्रो. मीनाक्षी श्रीवास्तव, प्रो. रीता निगम, प्रो. अर्चना सिंह , डॉ. रश्मि शर्मा , श्रीमती ममता सिंह, आदि।