साइबर क्राइम घर बैठे होता है, बचाव ही विकल्प
आगरा। एडीजी पुलिस -आगरा जोन की साइबर टीम- एसआई अमित कुमार, परवीनदार कुमार , अंकित कुमार ने सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा और होली पब्लिक स्कूल, महारिशी पुरम ,सिकंदरा के सहयोग से “साइबर जागरूकता ” पर एक कार्यशाला आयोजित की गयी। साइबर क्राइम से अर्थजगत से भी ज्यादा प्रतिकूल असर युवाओं और छात्रों पर पड रहा है। साइबर क्रिमिनल सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का जहां दुरोपनयोग करने से नहीं चूकते वहीं डाटा चोरी और उनका मनमाना उपयोग करने में लगे हुए हैं। सबसे बड़ी विडंबना है कि साइबर क्रिमिनल्स को रोकना इतना आसान नहीं है। लेकिन इनसे बचने को स्टूडेंट्स को जागरूक करना ज्यादा व्यावहारिक है।
सुखद संयोग है कि कि एडीजी आगरा जोन श्री राजीव कृष्ण जी ने साइबर क्रमिनलों के विरुद्ध कड़ी पुलिस कार्यवाही के साथ ही साइबर क्राइम संभावनाओं को रोकने या कम करने को प्रभावी अभियान चलाया हुआ है। वे चाहते हैं कि उन उपायों को अधिक से अधिक स्टूडेंट्स के बीच प्रचारित किया जाये जिससे साइबर अपराधियों के ट्रैप में फंसने से बच सकें।उनके द्वारा साइबर क्रिमिनल्स से बचने को पुलिस की सहायता लेने के बारे में भी बताया जा रहा है।
होली पब्लिक स्कूल में आयोजित वर्कशॉप स्टूडेंट के बीच साइबर अपराधों की रोकथाम के प्रति जागरूकता के अभियान का महत्वपूर्ण चरण है। इससे अन्य विद्यालय भी इस प्रकार के आयोजन के लिये अपने स्तर से प्रेरित होंगे। सब से ज्यादा साइबर क्राइम पढे लाइक लोगों के साथ होता है, इसलिए जागरूकता ही इस से लड़ने का हथियार है, यह कहना है एसआई अमित कुमार का। अमरीका मे सब से ज्यादा साइबर क्राइम होते है, यह सर्वविदित है। साइबर सिक्योरिटी कि जागरूकता होना बहुत जरूरी है।
साइबर टीम ने कहा यह कड़वा सत्या है के साइबर क्राइम से गए हुए पैसे अममूमन वापस नहीं आते, क्रिमिनल को सजा होती है, इसलिए क्राइम होने पर तुरंत पुलिस को रिपोर्ट करें और बताए गए उपाय कर आगे होने वाले नुकसान को बचाया जा सकता है।
छात्रों से अनुरोध किया गया वो आज अर्जित जानकारी को अपने माता पिता और बाकी के रिशतेदारों को बताएं, तभी जागरूकता व्यापक होगी। छात्रों ने सवाल कर, साइबर टीम से लाइव केसेस सहित जवाब पाये।होली पब्लिक के सर्वश्री संजय तोमर ने वर्कशाप में विशेष सक्रियता दिखायी, उनका कहना है ऐसे प्रोग्राम समय समय पर होने चाहिए, नई शिक्षा नीति में कैरियर काउंसलिंग पर ज़ोर है, वो चाहेंगे के “पुलिस मे कैरियर ” पर भी एक कार्यशाला हो, युवाओं को इस का लाभ मिलेगा।
जबकि स्टूडेंट्स की उपस्थित senior क्लास के छात्रों स ने संबंधित मुद्दे उठा जानकारियों में अभिवृद्धि की । प्रिंसिपल सुश्री नाज़ खान ने आभार व्यक्त किया । सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के जनरल सेक्रेटरी श्री अनिल शर्मा ने आयोजन की सामयिक प्रासंगिकता का उल्लेख किया। सिविल सोसायटी ऑफ आगरा स्टूडैटस के बीच साइबर क्राइम और ई गवर्नेंस के नाम पर होने वाली चीटिंग संबंधी घटनाओं की रोकथाम को लेकर सक्रिय है और इसे अपने अभियान के रूप में लिया हुआ है।
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा का प्रयास है कि स्टूडेंट्स की तर्ज पर ही उन्हें पढाने वाले टीचरों को अपने अभियान का भाग बनाया जाये। सोसायटी की कोशिश है कि अगर स्कूल मैनेजमेंट सहमत हो जाये तो टीचिंग स्टाफ के लिये, ‘ पुलिस- स्टाफ’ के साथ एक कार्यशाला ( workshop) आयोजित करवायी जायें। इनमें प्रशिक्षित टीचर / स्टाफ , स्कूलों में पीड़ित स्टूडेंट्स के लिए साइबर काउंसलर (cyber counselor)की भूमिका निर्वाहन कर सकेगा। अगर किसी मामले में पुलिस की सहायता की जरूरत होगी तो वह उसे इस संबंध में स्टूडेंट्स और पेरेंट्स गाइड कर सकेगा।