संवाद। नूरूल इस्लाम
चुनाव लडने वालों ने अपने प्रचार प्रसार में डाली ढील
कासगंज।उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में तारीख पे तारीख लगने से प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है यूपी हाईकोर्ट नगर निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर सुनवाई कर रही है कोर्ट की तरफ से बार-बार तारीख मिल रही है नगर निकाय चुनाव का बिगुल बजते ही प्रत्याशी ने जोरों से तैयारियां करनी शुरू कर दी थी कार्यालय खोलकर प्रत्याशी बैठ गए थे डोर टू डोर लोगों से जन संपर्क करना नुक्कड़ सभा,रैली शुरू करदी थी लेकिन अदालत की तरफ से अभी तक आरक्षण पर सुनवाई पूरी नहीं हुई लोगों को लग रहा था कि कोर्ट 1 या 2 तारीख में फैसला सुना देगी और चुनाव की तारीख घोषित हो जाएगी मगर कोर्ट की तरफ से 1 तारीख 2 तारीख 3 तारीख पर तारीख पे तारीख लगने के बाद दावेदारों की बेचैनी बढ़ती जा रही है अब सब्र से सभी बैठ गए हैं अब सबकी निगाहें कोर्ट पर टिकी है सभी केवल एक ही बात चल रही है कि किसी तरह कोर्ट का फैसला आ जाए और चुनाव की तारीख सेट हो जाए अब देखना यह है कि इस तारीख पर भी तारीख मिलती है या फिर निर्णय सुनाया जाता है माह नवम्बर से शहर व कस्बे के वार्डों से भी दावेदारों ने प्रचार प्रसार शुरू कर दिया था गली मोहल्लों में जनसंपर्क होना शुरु हो गया था लेकिन आरक्षण पर कोर्ट के फैसले के इंतजार में हर दावेदार समेत आमजन में ऐसे बैठे हैं जैसे लड़की वाले बरात की इंतजार में बैठे रहते हैं कोर्ट का फैसला आने का इंतजार है दावेदारों को प्रचार करने में देर नहीं लगेगी बल्कि अब भी लगातार राजनीतिक पार्टियां में दावेदार संपर्क कर रहे हैं अब देखना यह है कि अब 23 दिसम्बर को आरक्षण पर फैसला आता है और प्रत्याशी की धड़कनों की रफ्तार कम होगी गौरतलब है कि यूपी हाईकोर्ट ने फिर से आज 23 तारीख लगा दी है अब प्रत्याशियों की बेचैनी लगातार बढ़ती जा रही है सभी सोशल मीडिया,चैनल पर नज़रें लगाए हुए हैं और मीडिया कर्मियों से फोन फोन कर जानकारी ले रहें हैं 23 दिसंबर की तारीख लगते ही चुनाव लडने वाले खामोश नजर आ रहे हैं।