संवाद।मो नज़ीर क़ादरी
अजमेर।देश में कहीं भी यूजर चार्ज नहीं लिया जा रहा है परंतु अजमेर नगर निगम द्वारा कचरा संग्रहण शुल्क के नाम से व्यापारियों को बहुत अधिक प्रताड़ित किया जा रहा है और जिसकी भी कोई न्यायोचित नीति नहीं होने से व्यापारी वर्ग बहुत परेशान है प्रभारी मंत्री को बताया कि ढाबे के नाम से ढाई सौ रुपए रेस्टोरेंट के नाम से 750 छोटी से छोटी दुकान के और बड़े से बड़े शोरूम यूजर चार्ज भी ढाई सौ रुपए और छोटी से छोटी स्कूल के ₹1000 और बड़ी से बड़ी स्कूल के भी ₹1000 साथ ही नगर निगम के जमादार लेवल के कर्मचारी ही निर्धारित कर करते हैं कि किस से कितना यूजर चार्ज वसूल करना है इससे नगर निगम की नीति न्यायोचित नहीं प्रतीत हो रही है इस अवसर पर प्रभारी मंत्री मालवीय जी ने जिलाधीश अंशदीप को पूछा कि जब अन्यत्र कहीं भी नहीं लागू है तो अजमेर में भी बंद किया जाए जिलाधीश ने बताया कि सरकार को मामला रेफर किया हुआ है तब महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि 2 से 4 व्यापारियों से नगर निगम ने लिखवा कर लिया है जबकि लाखों व्यापारियों को कचरा संग्रहण शुल्क कतई स्वीकार नहीं है इसलिए जिलाधीश ने कहा कि वहां से सरकार से आदेश आने वाली नीति लागू की जाएगी इस पर मालवीय ने सरकार से नीति पारित होकर आने तक कचरा संग्रहण शुल्क को रोकने के निर्देश दिए इस अवसर पर अध्यक्ष महेंद्र बंसल महासचिव रमेश लालवानी उपाध्यक्ष सागर मीणा रणवीर सैनी जोधा टेकचंदानी सुमित मित्तल चित्रेश बंसल सहित प्रतिनिधि में अन्य सम्मिलित थे