आगरा के विभिन्न मुहल्लों में भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी बैठक में शामिल हुए शाहनवाज़ आलम
आगरा. राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा सरकार हिल गयी हैं. मोदी सरकार से छले गए सारे लोग और विपक्षी पार्टियों के नेता यात्रा से जुड़ रहे हैं. अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और मायावती जी को भी यात्रा में शामिल होना चाहिए.
ये बातें भारत जोड़ो यात्रा की तय्यारी की समीक्षा करने आगरा आए अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और कन्याकुमारी से राहुल गांधी के साथ पदयात्रा कर रहे शाहनवाज़ आलम ने विभिन्न कार्यक्रमों में कहीं.
बिल्लौच पुरा, शिव नगर स्थित कमाल खाँ दरगाह और राजा की मण्डी मोहल्ले में आयोजित बैठकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वंचितों के अधिकारों की आवाज़ सड़क पर उठा रहे हैं. कन्याकुमारी से दिल्ली तक 2800 किलोमीटर से ज़्यादा की पदयात्रा में उन्हें जनता का जो समर्थन मिला है वो भाजपा सरकार के खिलाफ़ जन आक्रोश को दिखाता है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जी, बसपा प्रमुख मायावती जी और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी जी को भी कांग्रेस पार्टी ने पत्र लिखकर आमंत्रित किया है. उन्हें बिना भाजपा से डरे इस यात्रा में राहुल गांधी जी के साथ चलना चाहिए क्योंकि यह यात्रा किसी पार्टी की यात्रा नहीं बल्कि देश को जोड़ने की यात्रा है.
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अखलाक अहमद ने कहा कि अपनी आर्थिक नीतियों के कारण देश को 20 साल पीछे धकेल देने वाली मोदी सरकार राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा से इतनी डरी हुई है कि वो लोगों को कोरोना का डर दिखाने लगी है.
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष शाहिद खान ने कहा कि जिस तरह 5 लाख से ज़्यादा लोगों ने दिल्ली पहुँचने पर राहुल गांधी का स्वागत किया उससे तय हो गया है कि लोग दिल्ली के लालक़िले पर राहुल गांधी को तिरंगा फहराते हुए देखना चाहते हैं.
आगरा शहर अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष रेहान सैफी ने कहा कि 3 जनवरी से यात्रा उत्तर प्रदेश से शुरू हो रही है जिसमें शहर अल्पसंख्यक कांग्रेस की तरफ से सैकड़ों लोग 3 दिनों तक राहुल जीऔर प्रियंका गांधी जी के साथ चलेंगे.