संवाद। नूरूल इस्लाम
उम्मीदवारों के कार्यालय में हुई खामोशी
कासगंज।निकाय चुनाव के कोर्ट के फैसले से फिर चुनावी अखाड़े के दावेदारों में आयी मायूसी उम्मीदवारों के कार्यालय में हुई खामोशी भीड़ लगना हुई कम निकाय चुनाव को लेकर बहुत इंतजार के बाद अदालत के फैसले ने फिर से चुनावी अखाड़े में हलचल मचा दी है।ओबीसी आरक्षण खत्म होने से फिर एक बार चुनावी दावेदार और समीकरण बदलते नज़र आ रहे हैं। हालांकि सब कुछ सरकार के अगले कदम पर निर्भर करेगा।
बीते दिनों निकाय चुनाव में तय हुए आरक्षण के बाद तैयारी कर रहे कई पुराने दावेदार दौड़ से बाहर हो गये जबकि कई नये चेहरों ने चुनावी मैदान में कूदकर अपनी तैयारी शुरू कर दी। आरक्षण बदला तो समीकरण बदले और चुनाव का माहौल भी बदल गया। इसी दौरान कोर्ट के दखल से रुकी चुनावी प्रक्रिया पर मंगलवार को फैसला आया और ओबीसी आरक्षण खत्म हुआ तो एक बार फिर नये दावेदारों में मायूसी छा गई। कोर्ट के निर्णय से पुराने चेहरों को तो उम्मीद जगी है लेकिन निकाय चुनाव का भविष्य पूरी तरह सरकार के अगले पर निर्भर करेगा।माह अप्रैल मई में अगर निकाय चुनाव हुए तो कुल मिलाकर निकाय चुनाव की सरगर्मियां एक बार फिर से बदली बदली नज़र आने की उम्मीद है।