आगरा। हज़रत नईम उल्लाह शाह रहमतुल्लाह अलैह के सालाना उर्स मुबारक का आगाज़ शुक्रवार को ताज नगरी फेस टू नगला मेवाती स्थिति दरगाह सलीमी पर गुस्ल की रस्म अदा कर किया गया। दो दिवसीय इस उर्स मुबारक का समापन शनिवार को सुबह कुल शरीफ की फातिहा के साथ किया जाएगा।
इस बारे में और जानकारी देते हुए दरगाह सलीमी के सज्जादानशीन अतीक अहमद कादरी ने बताया कि दरगाह हमारे बुजुर्गों की हैं। बड़ी तादात में उनके मुरीद हैं।
आज अकीदतमंदों की मौजूदगी में उर्स का आगाज़ हुआ हैं। सबसे पहले घरवालों की मोजूदगी में गुस्ल की रस्म अदा की गई। उसके बाद उनके पुस्तैनी निवास से चादर कव्वाली की साथ दरगाह पर लाई गई। चादरपोशी के बाद मुल्क में अमन चैन की दुआ मांगी गई। दरगाह पर दूर दराज से सभी धर्मों के लोग जियारत के लिए आते हैं। अपनी मन्नते मांगते हैं। सभी के लिए लंगर का इंतजाम किया गया है। दो दिन चलने वाले उर्स का कल सुबह कुल शरीफ की फातिहा के साथ समापन होगा।