देहरादून। उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव की वजह से स्थितियां लगातार बिगड़ती जा रही है। वहां से लोगों को सुरक्षित निकालने की भी कोशिश हो रही है। जोशीमठ में कई मकानों को गिराने की तैयारी भी की जा चुकी है। हालांकि, विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला। लोग मुआवजे की मांग भी कर रहे थे।
जोशीमठ को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन करते हुए प्रभावित परिवारों को तात्कालिक तौर पर 1.5 लाख रुपये की धनराशि अंतरिम सहायता के रूप में दी जा रही है। इसमें आगे कहा गया है कि हमारी सरकार स्थानीय लोगों के हितों का पूरा ध्यान रख रही है। भू-धंसाव से जो स्थानीय लोग प्रभावित हुए हैं उनको बाजार दर पर मुआवजा दिया जाएगा। बाजार की दर हितधारकों के सुझाव लेकर और जनहित में ही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री की सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि 2 होटल भवनों के अलावा जिन्हें ‘असुरक्षित’ चिह्नित किया गया है, उन भवनों को गिराया नहीं जा रहा है। अब तक 723 इमारतों में दरारें देखी गई हैं।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने एनसीएमसी को वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी और बताया कि गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है।