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बौद्व मठठ में आराधना कर थल सेना दिवस पर सेना के शहीदो को नमन किया

बौद्व विहार महाबोद्वि मार्ग में अध्यक्ष गुणवन्त राहुल की अध्यक्ष्ता में आयोजन

संवाद। मो नज़ीर क़ादरी

अजमेर । बौद्व मठठ गौतम नगर में रविवार को महात्मा बुद्व के जीवन पर आधारित सत्संग प्रवचनो में एसएन गोयनका के रिकार्डडेड सत्संग प्रवचनो में गुरू गोयनका ने बताया कि मानव का मन कभी भूतकाल में और शीध्र ही भविष्य काल में विचार करने लगता और अनेक प्रकार से सोचता है।उन्होने कहा कि हमें अपने आप को वर्तमान में रखना चाहिये और किसी का भी बुरा नही सोचना चाहिये।अध्यक्ष गुणवन्त राहुल ने कहा कि महात्मा बुद्व का संदेश सम्पूर्ण विश्व के जल थल ओर नभ के जीवो पर लागू होता है और उन्होने सबके कल्याण मंगल की बात कही।मोध प्रकाश ने बताया कि समस्त जीवो को बनाने वाला एक ही परमात्मा है इसलिए हमें किसी से भी नफरत का भाव नही रखना चाहिये।जन सेवा समिति के सर्वधर्म सेवा समिति के संस्थापक व महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि लेफीनेन्ट जनरल के एम करियप्पा के द्वारा भारतीय थाल सेना के शीर्ष कमान्डर का पद अंग्रेज पदाधिकारी से ग्रहण किया था।इसलिए 15 जनवरी को प्रतिवर्ष 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है।रमेश लालवानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें हमारे देा के वीरो,जवानो,सन्तो,महापुरूषों को हमेशा नमन करते रहना चाहिये। और जीवने से प्रेरणा लेने की नई पीढि को भी प्रेरणा लेने की सीख देनी चाहिये।इस अवसर पर गुरू सत्यनारायण गोयनका का रिकार्डेड सत्संग प्रवचनो को सुनाया गया।बौद्व मठठ की सचिव श्रीमती सोनी राहुल ने बताया कि अध्यक्ष गुणवन्त राहुल समाज सेवी ने सबका मंगल की प्रार्थना करवाई।रविकुमार,पुष्पेन्द्र कुमार,श्रीमती लक्ष्मी,मोध प्रकाश,रमेश लालवानी,सुश्री कीर्तिका और श्रीमती सोनी गुणवन्त ने भी विचार व्यक्त किये।महात्मा बुद्व की प्रतिमा के सम्मुख केन्डिल प्रज्जवलित करके थल सेना के शहीदो और विश्व के समस्त जीवो जल,थल और नभ के जीवो की सुरक्षा और खुशहाली की प्रार्थना का आयोजन किया गया।