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एकीकृत निक्षय दिवस में मिले दो कुष्ठ रोगी


जनपद में मनाया गया एकीकृत निक्षय दिवस


टीबी व कुष्ठ रोग के प्रति लोगों को किया जागरुक, स्क्रीनिंग के बाद की गई जांचें

आगरा। जनपद में सोमवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। देश को टीबी मुक्त बनाने के अभियान में टीबी, कुष्ठ रोग व कालाजार से ग्रसित रोगियों को चिन्हित कर स्वास्थ्य लाभ दिया गया।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि टीबी हॉस्पिटलों के अलावा जिले के सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों, नगरीय स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पतालों में आयोजित निक्षय दिवस में कुष्ठ, फाइलेरिया और कालाजार जैसी बीमारियों से बचाव की जानकारी दी गई। रोगियों को चिन्हित कर उन्हें उपचार परामर्श और जांच के बाद दवाओं का वितरण किया गया।


जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल यादव ने बताया कि से पूर्व आशा द्वारा घर-घर भ्रमण कर समुदाय से संवाद कायम कर जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि आशा भ्रमण के दौरान संभावित मरीजों को चिन्हित तथा सूचीबद्ध कर अस्पतालों तक लेकर आई जहां उनकी टीबी स्क्रीनिंग के बाद बलगम का नमूना लिया गया। डीटीओ ने बताया कि निक्षय दिवस में कुल 6192 रोगियों को ओपीडी में परामर्श दिया गया। इसमें 288 रोगियों की स्क्रीनिंग की गई और 227 मरीजों के टीबी जांच के लिए सैंपल लिए गए।


जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि निक्षय दिवस के अवसर पर निक्षय दिवस के अवसर पर 192 लोगों को कुष्ठ रोग के संबंध में स्वास्थ्य शिक्षा दी गई। 49 सामान्य मरीजों को दवा वितरण किया गया। सात विकालांग रोगियों का आरसीएस परीक्षण किया गया। इनमें से छह आरसीएस के लिए रोगी पाए गए। निक्षय दिवस पर कुल 34 कुष्ठ संभावित मरीज पाए गए। इनमें से 16 आशाओं द्वारा केंद्रों तक लाए गए। कुल दो रोगियों में कुष्ठ रोग की पुष्टि हुई। निक्षय दिवस में 89 आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।


जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद यादव ने बताया कि क्षय रोगियों को उपचार के लिए ₹500 पोषण भत्ता भी मिलता है। रोगियों की जांच व उपचार के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं भी प्रयासरत हैं।
डीपीसी शशिकांत पोरवाल ने बताया कि डीटीसी की टीम द्वारा जनपद के विभिन्न केंदों पर निरीक्षण किया गया।