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मेरे पूर्वज इसी भूमि से थे,मुझे लगता है कि मैं घर वापस लौट रहा हूं- राहुल गाँधी

सरकार बड़े पैमाने पर ‘‘जनता की जेब काट’’ रही है, यह आपका ध्यान भटकाती है और फिर आपको लूटती है- राहुल गाँधी
यात्रा भारत के सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे के लिए है- डॉ. फारूक अब्दुल्ला

जम्मू। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राहुल गाँधी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर पहुंच गयी है यही पर यात्रा का अंतिम पड़ाव है। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में 30 जनवरी को राहुल गांधी राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके बाद कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा संपन्न हो जाएगी।
राहुल गांधी ने ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश के बाद कहा कि मेरे पूर्वज इसी भूमि से संबंध रखते थे, मुझे लगता है कि मैं घर वापस लौट रहा हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने नफरत फैलाई है, पहले मैंने सोचा था कि यह बहुत गहराई तक फैला है, लेकिन ऐसा नहीं है और ऐसा मुख्य रूप से टेलीविजन पर दिखाई देता है। राहुल ने कहा कि मैं कन्याकुमारी से पैदल चलकर कश्मीर आया हूं, भाजपा और आरएसएस की नीतियों ने बड़े पैमाने पर बेरोजगारी की समस्या पैदा की है।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार बड़े पैमाने पर ‘‘जनता की जेब काट’’ रही है, यह आपका ध्यान भटकाती है और फिर आपको लूटती है। उन्होंने नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई को देश के मुख्य मुद्दे करार देते हुए मीडिया पर इन्हें उजागर न करने का आरोप लगाया।
राहुल ने कहा कि कि मीडिया लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बॉलीवुड सितारों- ऐश्वर्या राय और अक्षय कुमार जैसे विषयों का सहारा लेता है। वहीं इससे पहले पंजाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर भी निशाना साधा। एक बार फिर पंजाब की आप सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उसे ‘‘रिमोट कंट्रोल’’ से चलाया जा रहा है।
राहुल ने आम आदमी पार्टी (आप) पर पिछले साल हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में विज्ञापनों पर पंजाब की धनराशि खर्च करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने जम्मू में प्रवेश करने पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला पहले से ही उनकी अगवानी करने के लिए वहां मौजूद रहे। डॉ. अब्दुल्ला अपने नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं के साथ जम्मू से बस में लखनपुर बॉर्डर पहुंचे थे।
कार्यक्रम स्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यात्रा भारत के सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे के लिए है। उन्होंने कहा कि यात्रा देश में एकता को मजबूत करेगी और कश्मीर से देश में उम्मीद का संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि वह कन्याकुमारी से राहुल गांधी के साथ चलते। “लेकिन मैं 90 साल का हूं। अगर मैं छोटा होता तो मैं कन्याकुमारी से राहुल के साथ चलता। उनकी (राहुल) यात्रा नफरत को खत्म करने के लिए है।