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सीमेट प्रयागराज के निदेशक ने दिया उत्कृष्टता प्रमाण पत्र

संवाद – नूरुल इस्लाम

शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद की टीम में है 5000 से अधिक एसआरजी,एआरपी एवं डायट मेन्टर
प्रत्येक माह शत प्रतिशत विद्यालयों का किया जाता है सहयोगात्मक पर्यवेक्षण
राज्य परियोजना कार्यालय को सीधे पहुँचती है विद्यालयों की शिक्षक प्रगति आधारित ऑनलाइन रिपोर्ट


कासगंज। राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान उत्तर प्रदेश प्रयागराज द्वारा आयोजित प्रदेश के लगभग 5000 से अधिक अकादमिक संदर्भदाताओं,प्रत्येक जनपद पर कार्य कर रहे तीन- तीन राज्य संदर्भदाता समूह सदस्य एवं प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में पदेन ए आर पी के रूप में कार्यरत डायट मेंटर्स को सहयोगात्मक पर्यवेक्षण पर आधारित चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया । 11 अक्टूबर 2022 से 18 जनवरी 2023 तक चले इस प्रशिक्षण में कुल 17 बैच संचालित हुए । कासगंज जनपद से पहली बार प्रदेश स्तरीय संदर्भदाता के रूप में पटियाली के प्राथमिक विद्यालय नगला मई में कार्यरत शिक्षक एवं वर्तमान में एसआरजी जितेन्द्र सिंह कविराज ने प्रयागराज में रहकर 100 दिन प्रशिक्षण दिया ।
राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक दिनेश सिंह, सीमेट के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ अमित खन्ना व प्रशिक्षण प्रभारी डॉ प्रभात मिश्रा ने सीमेट प्रयागराज में प्रशिक्षक रहे जितेन्द्र सिंह को उनकी साहित्यिक, उत्कृष्ट, प्रभावी एवं बोधगम्य प्रशिक्षण शैली के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उत्कृष्टता प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया । इस प्रशिक्षण में प्रदेश के मेन्टर कैडर द्वारा प्रदेश के समस्त शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए दिसंबर 2023 तक परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे कक्षा एक ,दो तथा तीन के शत-प्रतिशत बच्चों को निपुण लक्ष्य हासिल कराने के लिए उपयोगी तकनीकियों से अवगत कराया गया ।
ध्यातव्य है कि प्रदेश में निपुण लक्ष्य का आशय बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के निर्धारित लक्ष्यों से है । सीमेट में चार दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के आदर्श तरीके, शैक्षिक चुनौतियों से निपटने के लिए फिश बोन एनालिसिस तैयार करना, प्रभावी संप्रेषण के नियम, समावेशी शिक्षा की अवधारणा, स्कूल, ब्लॉक एवं जनपद स्तर की अकादमिक कार्य योजनाओं का निर्माण, टीम बिल्डिंग, परस्पर संबंध, उपचारात्मक शिक्षण, शैक्षिक नेगोशिएशन स्किल्स, शिक्षण योजनाओं का निर्माण, सपोर्टिव सुपरविजन ऐप आधारित चेक लिस्ट को समझना, फीडबैक देना, दक्षता आधारित आकलन, शिक्षक और छात्रों के मध्य आत्मीय संबंध, बैठकों में आंकड़ों के आधार पर शैक्षिक सुधार की रणनीतियों का निर्माण करना जैसे विषयों पर कुल 27 सत्र संचालित किए गए । 20 जनवरी को प्रयागराज से लौटे एसआरजी जितेन्द्र कविराज को इस उपलब्धि पर उप शिक्षा निदेशक डॉ जितेन्द्र सिंह यादव,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार,जनपद के खंड शिक्षा अधिकारी श्रीकांत पटेल,अभिषेक यादव, शशिकांत यादव, प्रीति गोयल,अंकित मिश्रा,सचिन यादव , एसआरजी योगेश कुमार कुशवाहा,रोहिताश एवं जनपद के एआरपी टीम के सदस्यों एवं रतन प्रकाश सहित सैकड़ों शिक्षकों ने बधाई दी ।