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भाई चारा, सदभावना और इंसानियत ही बुनियाद है लोकतंत्र की….


आगरा ।महात्मा गान्धी के शहादत दिवस पर वारिश के बावजूद भाईचारा मंच के बैनर तले सद्भावना मार्च निकाला गया ,जो दीवानी चौराहे से शुरू होकर शहीद स्मारक ,संजय प्लेस पहुँच कर एक सभा में बदल गया. मार्च में अग्रिम पंक्ति में सर्व श्री रामजी लाल सुमन, जे. एस. फौजदार , भारत सिंह , धर्मेन्द्र यादव , हरीश चिमटी, अमीर अहमद जाफरी,लाल सिंह लोधी आदि गान्धी जी की राम धुन गाते हुए चल रहे थे.शहीद स्मारक पर सद्भावना मार्च सभा मे बदल गया.

सुमन की अध्यक्षता में हुई सभा को प्रो नसरीन बेगम, ज्योतसना रघुवंशी, रमेश पण्डित, कॉम पूरन सिंह, चौधरी अली शाबरी, दिलीप रघुवंशी, शमी आगई,श्रीलाल तोमर , सीमंत साहू आदि ने सम्बोधित किया और बताया कि गान्धी की हत्या भी सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिये की गयी थी और आज उस हत्यारे को नायक मानने वाले लोग ही सत्ता में बैठे होने से सामाजिक सद्भाव को भयंकर खतरा हो गया है. कॉम भारत सिंह का कहना था कि कॉर्पोरेट परस्त नीतियों के खिलाफ पैदा हो रहे जन असन्तोष से आम जनता का ध्यान हटाने के लिये हिन्दू-मुस्लिम फिरकापरस्ती फैलायी जा रही है. अन्तर्राष्ट्रिय कम्पनियों द्वारा भारत के किसानों, मजदूरों और आम जनता की लूट को बरकरार रखने के लिये अन्धराष्ट्रवादी शक्तियाँ हर कीमत पर गान्धी के देश से धर्मनिरपेक्षता और समता मूलक विचारों को रौंद देना चाहती हैं.सभा का संचालन साथी राम नाथ ने किया.

समाज में हर हालात में भाईचारा कायम रखने के संकल्प और गान्धी जी की स्मृति में दो मिनट के मौन रखने के साथ सभा विसर्जित हुई.