संवाद। मो नज़ीर क़ादरी
आनासागर जोन एवं सिटी जोन में डाली 157 किमी सीवर लाइन
अजमेर । नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुशील कुमार ने मंगलवार को आनासागर जोन एवं सिटी जोन में चल रहे सीवरेज कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दोनों जोन में तय समय सीमा में कार्य को पूर्ण कर लिया जाए। मौके पर उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आनासागर एवं सिटी जोन में सीवर लाइन डालने का कार्य प्रगतिरत है। आनासागर जोन अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने नगर निगम अधिकारी एवं पीएमसी इंजीनियर्स के साथ वैशाली नगर श्याम कॉलोनी में चल रहे सीवरेज कार्य का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि आनासागर जोन में 103 किमी सीवर लाइन डालने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस जोन में 7400 सीवर कनेक्शन कर दिए गए हैं। सीवर कनेक्शन के साथ-साथ ही रोड रेस्टोरेशन का कार्य भी समानान्तर चल रहा है। आनासागर जोन में 112 किलोमीटर सीवर लाइन का कार्य प्रस्तावित है। जिसमें से अब तक 103 किमी सीवर लाइन डालने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसी प्रकार सिटी जोन में भजनगंज स्थित पूजा मार्ग एवं आदर्श नगर स्थित आड़ी पुलिया के पास चल रहे सीवर कार्य का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को मौके पर ही आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। इस क्षेत्र में 54 किमी सीवर लाइन डालने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साथ ही 8400 सीवर कनेक्शन भी कर दिए गए हैं। आनासागर जोन एवं सिटी जोन में अब तक 15,800 घरों को सीवर लाइन से जोड़ दिया गया है। जहां-जहां पर सीवर कनेक्शन का कार्य पूर्ण कर गया है वहां पर रोड रेस्टॉरेशन का कार्य भी समानान्तर चल रहा है।
सीवर कनेक्शन के लिए इस तरह करें आवेदन
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आनासागर एवं सिटी जोन में सीवर लाइन डालने का कार्य प्रगतिरत है। जिन क्षेत्रों में सीवर लाइन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है वहां पर आमजन सीवर कनेक्शन के लिए नगर निगम में आवेदन कर सकते हैं। आमजन से अपील की जाती है कि सीवर कनेक्शन के दौरान शौचालय ( सेफ्टी टैंक वाई पास ) एवं रसोई को भी जोड़ा जाए। ताकि भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं वर्षा जल को सीवर लाइन से नहीं जोड़ें, ताकि वर्षा ऋतु में सीवरेज लाइनों पर वर्षा जल का भार नहीं पड़े। वर्षा जल नालियों-नालों के माध्यम से आनासागर झील अथवा खानपुरा तालाब में अलग से पहुंचना आवश्यक है।