आगरा। महाशिवरात्रि भारतीयों का एक प्रमुख त्यौहार है यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। जो माघ फागुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव व पत्नी पार्वती की पूजा होती हैं। यह पूजा वृत रखने के दौरान की जाती है। साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पावन पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि के व्रत इन चीजों का करें सेवन
शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए ताजे फल या इनका जूस पीएं। इससे दिनभर एनर्जी भी बनी रहेगी।
- मखाने व मूंगफली को देसी घी में हल्का भून कर सेंधा नमक के साथ सेवन करें। इससे लंबे समय तक पेट भरा रहेगा।
- आप गाजर, लौकी की खीर बना कर भी खा सकते हैं।
- साबूदाना की खीर या लड्डू खाएं।
- दूध, दही का सेवन करें।
- ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने से भूख शांत होने के साथ एनर्जी मिलेगी।
नोट- डायबिटीज, अस्थमा आदि के मरीज व प्रेगनेंट महिलाएं डॉक्टर की सलाह से व्रत रखें। साथ ही अगर वे व्रत रख रहे हैं तो हर 2 घंटे में कुछ ना कुछ जरूर खाएं।
शिवरात्रि व्रत में इन चीजों का सेवन करने से बचें
- इस दौरान सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए। गलती से भी मांसाहारी व भारी खाने का सेवन ना करें।
- कई लोग इस व्रत में नमक का सेवन करते हैं। ऐसे में साधारण की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल करें।
- खाने में प्याज और लहसुन को शामिल ना करें।
- शराब, सिगरेट आदि का सेवन करने से बचें।
- अक्सर लंबे समय तक भूखा रहने से एसिडिटी की परेशानी होने लगती है। ऐसे में जिन्हें ये समस्या रहती है। वे व्रत में चाय और कॉफी का सेवन कम या ना ही करें।
ये है पूजा सामग्री
सुगंधित पुष्प, बिल्वपत्र, धतूरा, भाँग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, पंच फल पंच मेवा, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, शिव व माँ पार्वती की श्रृंगार की सामग्री, वस्त्राभूषण रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन आदि।
महाशिरात्रि पूजा मुहूर्त
व्रत व पूजा के मंत्रः- ॐ नमः शिवाय का जाप या मनन श्रद्धा व ध्यान से
महाशिवरात्रि में निशीथ काल पूजा मुहूर्त- 18 फरवरी, रात्रि 12 बजकर 16 मिनट से 1 बजकर 6 मिनट तक
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – 18 फरवरी, शाम 06 बजकर 30 मिनट से 09 बजकर 35 मिनट तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – 18 फरवरी, रात्रि 09 बजकर 35 मिनट से तड़के 12 बजकर 39 मिनट तक
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 19 फरवरी, प्रातः 12 बजकर 39 मिनट से 03 बजकर 43 मिनट तक
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा का समय – 19 फरवरी, प्रातः 3 बजकर 43 मिनट से 06 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।