आगरा। दरगाह हजरत अहमद बुखारी शाह के 433 वा जश्ने उर्स मुबारक ताजमहल पूर्वी गेट स्थित उनकी दरगाह पर शुरू हुआ। शनिवार को उर्स के दूसरे दिन बाद नमाज असर झंडारोहण के बाद फातिहा कर सभी रस्म की गई बाद नमाज ईशा महफिले समा कव्वाली का आयोजन किया गया।
देर रात्रि तक चला सैकड़ों लोगों ने दरगाह पर हाजरी लगा मन्नत का धागा बांधा दरगाह के सज्जादा नशीन मोहम्मद निजाम शाह ने आए हुए अकीदत मन दो से कहा कि बुजुर्गों दरबार मैं हाजिरी लगाना ईमान की अलामत होती है दरगाह पर जो भी अपनी मन्नत लेकर आता है।
वह सारी दुआएं कुबूल होती है आए हुए कव्वाली अपने-अपने कलाम हजरत अहमद बुखारी की शान में पेश किए इस मौके पर समिति से मुईन बाबू जी के साथ अकीदतमंद शामिल रहे।