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स्वास्थ्य विभाग ने सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान किया शुरू

  • पहले दिन जिला कारागार, वृद्घावस्था आश्रम, जिला कारागार में की स्क्रीनिंग
  • 178 टीमों को स्क्रीनिंग की ‌जिम्मेदारी, घर-घर जाकर दस्तक देगी स्वास्थ्य विभाग की टीमें

मैनपुरी। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 20 फरवरी से पांच मार्च तक चलने वाले सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान की शुरूआत सोमवार से की गयी| राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के कर्मियों ने दो मदरसों, जिला कारागार और वृद्धा आश्रम में जाकर टीबी के लक्षणों की जानकारी दी। संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग भी की। जिले में अन्य स्थानों पर भी अभियान चलाकर टीबी के रोगियों की तलाश की जाएगी।

सीएमओ डॉ. पी पी सिंह ने बताया कि 20 फरवरी से आयोजित अभियान पांच मार्च तक चलेगा। वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत के अभियान के क्रम में सक्रिय टीबी रोगयों तक पहुंच बनाने के लिए 178 टीमों का गठन किया गया, जो घर-घर जाकर रोगियों की पहचान करने के कार्य में जुट गई है।

सीएमओ ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार, सीने में दर्द, भूख कम लगना, वजन घटना, बलगम में खून आना टीबी के लक्षण हैं। ऐसे लोगों जरुर जाँच के लिए आगे आयें|

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजीव राय ने बताया कि जिले के करीब 4.8 लाख लोगों की स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य रखा गया है। सर्वे टीम लक्षण वाले व्यक्त‌ि का नमूना लेकर जांच के लिए भेजेंगी। धनात्मक पाए जाने पर दो दिन में उपचार शुरू कराया जाएगा, रोग की पुष्टि होने पर सर्वे टीम को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।

जिला कार्यक्रम समन्वयक मोनिका यादव ने बताया टीम ने मलिन बस्ती, ईंट भट्टों, वृद्घा आश्रम, मदरसों, जिला कारागार में जाकर सर्वे का काम शुरू कर दिया।