सलमान खान के साथ प्रेम रतन धन पायो से शुरू किया एक्टिंग का सफ़र
पी के, एम एस धोनी,बाटला हाउस,लखनऊ सेंट्रल जैसी 15 हिंदी फिल्मों में कर चुके हैं अभिनय
आगरा। सिनेमा की नगरी मुंबई में अपने अभिनय से पहचान बनाने वाले आलोक पाण्डेय इन दिनों बॉलीवुड में धूम मचाए हुए हैं। यू. पी के शाहजहांपुर के एक गांव से निकल कर आज आलोक पाण्डेय अब तक 15 हिंदी फिल्मों में काम कर चुके हैं। जिनमें राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म प्रेम रतन धन पायो , पी.के, एम. एस. धोनी , लखनऊ सेंट्रल,बाटला हाउस,हुडदंग,सनम तेरी कसम, जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का जादू बिखेर कर दर्शकों का दिल जीत चुके हैं।
आगरा में इन दिनों चल रही नेटफ्लिप्स की फिल्म हसीन दिल रूबा टू की शूटिंग के लिए आए अभिनेता आलोक पाण्डेय ने टाइम ऑफ़ ताज को अपना साक्षात्कार दिया। जिसमें उन्होंने बताया उनका जन्म उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के गांव ददऊ में हुआ। उनके पिता जी शिवराम पाण्डेय किसान थे। मां राजकान्ति पांडेय हाउस वाइफ हैं। तीन बड़े भाई संजय पांडेय,अजीत पांडेय,सुबोध पांडेय हैं। वो सबसे छोटे हैं। अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राइमरी स्कूल से करने के बाद शहर में बने देवी प्रसाद इंटर कॉलेज से हाईस्कूल किया ।उसके बाद संजय कुमार विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की ।शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए एस. एस.कॉलेज से बीएससी के साथ ही संस्कृति नाट्य ग्रुप के साथ थियेटर करना शुरू किया उन्हें एक्टिंग का शौक बचपन से ही था।
नाटक “दिशा “ने जगाया एक्टिंग का जज़्बा
पहला नाटक “दिशा “देखा जो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर आधारित था। जिसको देखकर एक्टिंग का शौक पैदा हुआ। अपनी मंज़िल को पाने के लिए पढ़ाई के साथ साथ थियेटर भी करना शुरू कर दिया। कई नाटकों में अलग अलग भूमिका निभाई। अपने शौक को उड़ान देते हुए 2009 में भारतीय नाट्य एकेडमी लखनऊ में एडमिशन लेकर, एक्टिंग के गुर सीखे प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 2012 में सत्यजीत रे फिल्म इंस्टीट्यूट कोलकाता से कैमरे से जुड़ी जानकारियों का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद 2012 दिसंबर में मुंबई पहुंचे। करीब एक साल तक कठिन मेहनत करने के बाद राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म प्रेम रतन धन पायो में काम करने का मौका मिला। इस बारे में और जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पहली फिल्म प्रेम रतन धन पायो में ऐसे मिला रोल
जो चीज़ आपने लिए भगवान ने तय की है वो आपको अपनी ओर खीच लेती है। ऐसा ही कुछ प्रेम रतन धन पायो फिल्म मिलने से पहले हुआ।जब मुंबई पहुंचे तो थियेटर के बाद माया नगरी का पहला कदम रखने के बाद जब राजश्री से ऑडिशन के लिए कास्टिंग डायरेक्टर का कॉल आया तो पहले तो नहीं गए। फिर अगले दिन कॉल आया कि आज आ जाइए तो, गए, जाकर देखा तो लंबी लाइन लगी है। ऑडिशन के लिए फिर स्क्रिप्ट मिली, जिसमें एक दो लाइन के डायलॉग थे। फिर ऑडिशन दिया । फिर उन्होंने बोला कि आप स्क्रिप्ट छोड़कर अपना कुछ करिए। जब उन्होंने इतना बोल दिया तो मुझे स्पेस दे दिया।
फिर बोले कुछ अपना शाहजहांपुर स्टाइल में करके दिखाओ। वो मैंने किया और उसके बाद वापस आ गया। तीन से चार दिन बाद उनका कॉल आया कि सूरज बड़जात्या सर को आपका ऑडिशन बहुत पसंद आया है। आपको बुलाया है मिलने के लिए। मैं सुनकर सोच में पड़ गया, ये क्या हुआ मैंने तो मना किया था, जाने नहीं वाला था। इसे करते – करते चीज़ें आगे बड़ती गई। फिर सूरज सर ने मुझे पर्सनल मिलने बुलाया मुलाक़ात की ,बोले तुम्हारा ऑडिशन बहुत अच्छा लगा। जो कैरेक्टर आपने दिया था। उसके लिए नहीं हम कोई दूसरा रोल आपका देना चाहते हैं।
वो अच्छा रोल है फिर अकेले में उन्होंने मुझसे कहा आलोक में तुम्हारी ऐक्टिंग रेंज देखना चाहता हूं। उनकी ये लाइन मुझे आज भी याद है। मैने कहा बताए सर क्या करूँ ,बोले अपना गांव का कुछ सीन ,अपनी भाषा में ,करिए ,मैंने वो किया फिर एक प्ले का स्पीच, उनको सुनाया, वो उनको बहुत पसंद आया फिर उन्होंने फिल्म की अपनी पूरी टीम को बुलाया। मेरी उनसे मुलाकात करवाई। इस तरह वो रोल मुझे मिला।
डारेक्टर सूरज बड़जात्या की इस बात से मिली प्रेरणा
ट्विस्ट जब आया जब उन्होंने बोला आलोक आपका पहला सीन सलमान खान के साथ है। मैंने बोला सर पहला सीन वो भी सलमान भाई के साथ में मैंने सूरज सर को बोला सर मैं नर्वस महसूस कर रहा हूं। सूरज सर ने बोला हो जायेगा टेंशन मत लो फिर एक लाइन उन्होने बोली थी, आलोक सलमान भी एसे ही आया था। आज देखो कहां पर है। हो जाएगा परेशान मत हो। फिर जो चीज़ें शुरू हुई अब तक जारी हैं। पहली फ़िल्म के बाद पी.के.,एम. एस. धोनी, लखनऊ सेंट्रल, बाटला हाउस,हुडदंग, सनम तेरी कसम, सहर जैसी 15 हिंदी फिल्मों में काम किया है।
साउथ से भी आ रहे हैं फिल्मों के ऑफर
हिंदी फिल्मों के साथ साथ आलोक वेब सीरीज में भी काम कर रहे हैं। इसके अलावा साउथ से भी फिल्मों के ऑफर हैं। लेकिन अभी समय न मिलने की वजह से वहां जाना संभव नहीं हुआ है।
आगरा में दूसरी फिल्म कर रहे हैं शूट
आगरा में 2020 में आना हुआ था। हुडदंग फिल्म के लिए ये दूसरी बार है नेटफ्लिप की फिल्म हसीन दिल रूबा टू की शूटिंग के लिए आना हुआ। इसके अलावा बैक टू बैक तीन से चार बेबसीज आने वाली हैं। पहली बार ताजमहल में शूट करने का मौका मिला। काफी अच्छा अनुभव रहा।
युवाओं को क्या संदेश देंगे इस सवाल का ये दिया जवाब
उन्होंने आज के युवाओं का संदेश देते हुए कहा कि एक्टिंग और सोशल मीडिया पर रील बनाना दोनों अलग अलग चीज़े हैं। थोड़ी देर के लिए रील बना अच्छी बात है। कुछ समय के लिए वो आपको तसल्ली दे सकती है लेकिन वो एक्टिंग नहीं है दोनों अगल चीज़ हैं आपको एक्टिंग करते के लिए कड़ी मेहनत,तपस्या, और किसी की गैड्नेस लेनी पड़ेगी जो आपको बता सके, आपके हाव भाव क्या है, ये अकेले में कैमरे चला कर आप जज नहीं कर सकते कि आप कोई रोल कर सकते हैं।
अपनी सफलता का श्रेय किसको देना चाहेंगे सवाल पर ये मिला जवाब
अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने परिवार को दिया ।उनके पिता जो अब इस दुनिया मे नहीं हैं ।उनके आर्शीवाद से ही सब सम्भव हो रहा है। इसके अलावा परिवार में ,उनकी मां ,पत्नी आरती पांडेय,और तीन बड़े भाई हैं जिन्होंने अपनी खुशियों को दरकिनार करके उनके सपनों को उड़ान दी। ऐसा उन्होंने बताया ।पूरे परिवार ने मेरे भविष्य बनाने के लिए बहुत त्याग किया है मेरे लिए आज मैं जो कुछ भी हूं उनकी की वजह से हूं।
अब तक कितने प्रोजेक्ट चल रहे हैं, वेब सीरीज़ और फ़िल्म, इसका सवाल का जवाब देते हुए उन्हें बताया इस साल 8 बड़े प्रोजेक्ट आने वाले हैं। जिसमें वेब सीरीज़ और फ़िल्म शामिल हैं।
जिन बड़े कलाकारों के साथ आपके अब तक काम किया तो किसी कलाकार ने आपके काम की सराहना की ।इस सवाल का यूं दिया जवाब
फिल्म बाटला हाउस में जॉन अब्राहम के साथ काम किया था मेरा तुफैल का किरदार था। जिसकी सराहना कई बार जॉन अब्राहम ने सोशल मीडिया पर की है। लखनऊ सेंट्रल फिल्म में मेरे काम की एक्टर फरहान अख़्तर ने तारीफ की, ट्वीट भी किया है। डायना पैंटी ने भी काम की तारीफ की है। कोमल नाटा ने भी काफी सराहना की।
धोनी के चिट्टू से मिली पहचान
महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर बनी बायोपिक फिल्म एम. एस. धोनी में धोनी के दोस्त चिट्टू का किरदार किया जिसको दर्शकों ने काफी पसंद किया। लोगों का बहुत प्यार मिला अब तक लोग उस किरदार को याद करते हैं। हमेशा चिट्टू को प्यार मिलता है।