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महानगर में 12 दिन से मीट की आपूर्ति ठप्प, व्यापारियों ने नगर निगम व कंपनी पर लगाए आरोप

संवाद। खालिद कुरैशी

आगरा: शहर में 12 दिन से मीट की आपूर्ति ठप्प हैं। नगर निगम के स्लाडर हाउस (कट्टीखाना) को संचालित करने वाली नई कंपनी सुब्हाना ट्रेडर्स लहाम फूड्स फीजन के रवैये से व्यापारी परेशान हैं। कंपनी नगर निगम पर बात रख रही हैं और नगर निगम कंपनी पर। आखिर मामला क्या हैं? इसका खुलासा नही हो पा रहा हैं। व्यापार बंद होने के कारण अब मीट कारोबारियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा हैं। समस्या को लेकर कारोबारियों ने शनिवार को स्लाटर हाउस पर जमकर हंगामा किया। विरोध में आगरा कमिश्नर को ज्ञापन भी दिया गया हैं।

बताते चले कि नगर निगम का स्लाटर हाउस को संचालित करने के लिए अभी हाल ही में सुब्हाना ट्रेडर्स लहाम फूड्स फीजन को टेंडर दिया गया हैं। इससे पूर्व की कंपनी ऐलाना के साथ नगर निगम का करार समाप्त हो चुका हैं। नगर निगम की मानी जाए तो स्लाटर हाउस में प्रतिदिन 150 पशुओं का कटान किया जाता हैं। महानगर में जितनी भी मीट की दुकानें हैं उनकी आपूर्ति स्लाटर हाउस से ही की जाती हैं। अब 12 दिन से महानगर में मीट की आपूर्ति ठप्प पड़ी हैं। कंपनी और नगर निगम दोनों ही व्यापारियों को यथोचित जवाब नही दे पा रहे हैं। मीट व्यापारियों का आरोप हैं कि शनिवार को जब वह स्लाटर हाउस पहुँचे तो ठेकेदार ने उन्हें अंदर तक नही घुसने दिया जबकि सभी लाइसेंसधारी हैं। इसी को लेकर मीट कारोबारियों ने वहां हंगामा खड़ा कर दिया। इस सबंध में मंडलायुक्त को नगर निगम व कंपनी के खिलाफ पत्र भी दिया गया हैं।
मीट व्यापारी मोहम्मद इरशाद कुरैशी ने बताया की नगर निगम को ज़िब्हा शुल्क के रूप में 14 लाख रुपये प्रतिमाह राजस्व शुल्क मिलता हैं। जो कि शहरी क्षेत्र के रूप में आता हैं। नगर निगम द्वारा प्रति जानवर 485 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया हैं। जबकि व्यापारी 600 रुपये के हिसाब से प्रति जानवर अता कर रहे हैं। अब नई कंपनी मानक के विपरीत शुल्क बढ़ाने की कह रही हैं। नगर निगम में शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नही की जा रही हैं। कंपनी व उनके ठेकेदार की मनमानी से व्यापारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इधर शहर में भी मीट की आपूर्ति पूरी तरह से बंद पड़ी हैं।