रायपुर अधिवेशन देश को वैसे ही बदलेगा जैसे 1931 के कराची अधिवेशन ने बदला था
रायपुर . कांग्रेस का 85 वां महाधिवेशन 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता में लाने का वैसा ही महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा जैसे 1931 के कराची अधिवेशन ने अंग्रेज़ों के खिलाफ़ आंदोलन को निर्णायक बना दिया था. ये बातें उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 86 वीं कड़ी में कही.
एआईसीसी डेलिगेट के बतौर रायपुर अधिवेशन में शामिल शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक न्याय समेत संगठन पर महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किए हैं. कांग्रेस अधिवेशन के ये प्रस्ताव 1931 के कराची अधिवेशन में पास प्रस्ताव जैसा महत्व रखते हैं जिसकी बुनियाद पर भारतीय संविधान का निर्माण हुआ था.
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद पूरा देश राहुल गांधी के साथ है जो देश की संपत्ति को मोदी जी द्वारा अपने मित्र अदानी को बेच देने के सवाल को लगातार उठा रहे हैं. वहीं संविधान प्रदत्त नागरिकों को मिले अधिकारों पर मोदी सरकार द्वारा हमलों के खिलाफ़ भी लगातार आवाज़ उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश राहुल गांधी जी की इस बात से पूरी तरह सहमत है कि ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह अदानी भी देश पर क़ब्ज़ा कर रहे हैं और देश अदानी के खिलाफ़ भी वैसे ही लड़ेगा जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ़ लड़ा था.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे जी का महाधिवेशन में यह कहना बिल्कुल सही है कि एक मजबूत कांग्रेस ही एक बुलन्द भारत का निर्माण करेगी.
कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी जी के महाधिवेशन में किए गए आह्वान से उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता अब पूरे उत्साह के साथ लोकसभा चुनाव की तय्यारी के लिए लग जाएंगे.