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सिन्धी मिष्ठानो में होली त्यौहार पर घीहर सिन्ध से आज तक बनाये जाते है: अर्जुन दास

मुस्लिम लोगो के द्वारा भी पसन्द किये जाते हे सिन्धी घीहर

संवाद। मो नज़ीर क़ादरी

अजमेर । पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के तत्वावधान में खारी खुई अहाता मौहल्ला बाजार में सिन्घी समुदाय के द्वारा होली के त्यौहार के अवसर पर बनाई जाने वाली और होली में पूजन के अवसर पर प्रयोग की जाने वाली और वितरित की जाने वाली विशेष मिठाई घीहर का एक दूसरे को खिलाकर सिन्धी मिठाईयांे के सम्बंध में पंचायत पदाधिकारियो द्वारा जानकारी प्रदान की गई।पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के व श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि इस अवसर पर शिवरात्रि के त्यौहार से प्रारम्भ किये गये होलिका त्यौहार के अवसर पर वितरित किये जाने वाले,खाये और खिलाये जाने वाले घीहर के साथ साथ अन्य सिन्धी समाज में प्रयोग की जाने वाली मिठाई,मेसू,टिक्की,साटा,कराची हलवो,दाल पकान जो सीरो सहित अन्य मिठाई को खिलाकर और उनके सम्बंध मे ंयुवा पीढि को जानकारी प्रदान की गई।सिन्धी शिक्षा विकास समिति के व सिन्धी संगीत समिति के अध्यक्ष पार्षद वार्ड 75 रमेश चेलानी ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगो को उनके धरो में होली मनाने के लिए समिति की ओर से लगभग 500 परिवारो को घीहर निःशुल्क प्रदान किये जाते है।हलवाई अर्जुनदास वतवानी ने बताया कि सिन्घी मिठाईयां सिन्घ में विभाजन से पूर्व से निरन्तर बनाई जाती है।इस अवसर पर सिन्धी घीहरो को हैदराबाद के मुस्लिम समुदाय के लोगो के द्वारा भी खरीद कर परिवार हेतु पिछले लगभग 20 साल से ले जाया जाता है।इस अवसर पर बाजार के पूर्व सचिव हीरालाल दुल्हानी,रमेश लालवानी,हरीश अगनानी आदि ने होली के पर्व पर सिन्धी समाज में घीहर के प्रयोग की जानकारी प्रदान की।लत्ता भैरूमल बच्चानी,राजेश लालवानी,भागचन्द दौलतानी,सुश्री ज्योति तोलानी,रमेश लालवानी एवं अन्य ने बताया कि यह मिठाई सिन्धी बाहुल्य वाले क्षेत्रो में ही बनाई जाती है।सिन्धी व्यंजनो के सम्बंध में नई पीढि को भी अवगत करवाने की बात कही है।