संवाद/विनोद मिश्रा
बांदा। गर्मी की शुरूआत होते ही मच्छरों का भी प्रकोप मुख्यालय में कहर ढाने लगा है।नागरिकों में हाहाकार सा है। बचाओ -बचाओ की सी स्थिति है। बड़ी तादाद में मच्छरों के चलते शहर वासियों का रात्रि में सोना दूभर है। फॉगिंग नहीं होने के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। मौसम धीरे-धीरे गर्माने लगा है। रात में अब हल्का कपड़ा ओढ़कर ही काम चल जाता है। कई बार रात में भी गर्मी होने के कारण खुले में सोना पड़ता है। गर्मी के शुरुआती दौर में ही मच्छरों का भारी प्रकोप है।
इसके चलते रात में सोना भी दूभर हो रहा है। शहर में अभी तक न तो कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया गया है और न ही फॉगिंग कराई गई है। हालत यह है कि इस गर्मी के शुरुवाती सीजन में इस बार मच्छरों का अत्यधिक ज्यादा प्रकोप है। शहर के बलखंडी नाका निवासी समाज सेवी वेद शर्मा कहते है कि कीट नाशक व फॉगिंग शुरू में ही कराना चाहिए लेकिन अभी तक न तो छिड़काव कराया गया है और न ही ।
रात्रि में पंखा चलाने पर सर्दी लगती है जबकि बिना पंखे के मच्छरों के चलते सोना दूभर हो रहा है। इनसे मच्छर जनित रोगों के फैलने का भी पूरा खतरा बना हुआ है। दूसरी तरफ आलम यह यह है कि लोग मच्छरों से बचने के लिए विभिन्न प्रकार के विकल्पों का प्रयोग कर रहे हैं। शहर वासियों नें मच्छरों के खात्मे तक छिड़काव व फॉगिंग कराए जाने की मांग की है। ईओ बीपी यादव ने बताया कि जल्द ही कीट नाशक छिड़काव व फॉगिंग कराई जाएगी।