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अपनी तारीख़ का उन्वान बदलना है तुझे…….

 

आगरा। बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम एनसीसी एवं आइZक्यूएसी के संयुक्त तत्वाoधान में आयोजित किया गया। आयोजन सचिव लेफ्टिनेंट डॉ अनुपम सक्सैना रहीं। कार्यक्रम का संचालन सीनियर अंडर ऑफिसर दीक्षा एवं अंडर ऑफिसर मोनिका ने किया। इस कार्यक्रम में उर्दू विभाग की विभागाध्यक्षा प्रोफेसर नसरीन बेगम ने ने कहा कि छात्राओं को खुद शक्तिशाली बनना है। उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहणकर अपनी छुपी हुई प्रतिभा को साबित करना है। वर्जीनिया उल्फ के शब्दों को याद करते हुये उन्होंने कहा कि “एक औरत की हैसियत से मेरा कोई मुल्क नहीं है, एक औरत की हैसियत से मैं कोई मुल्क नहीं चाहती, एक औरत की हैसियत से मेरा मुल्क पूरी दुनियाँ है“।


आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर अमिता निगम प्रोफेसर अमिता निगम ने कहा कि आज महिलायें, उद्योग, विज्ञान, कला, साहित्य, सेना, खेलकूद आदि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं। परिवार एवं समाज दोनों का केन्द्र बिन्दु हंै। छात्रायें स्वयं अपने परिवार में लोगों की, महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण को सकारात्मक बना सकती हैं। प्रोफेसर लता चंदोला ने भी परिवार और समाज में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ कंचन ने कहा कि महिलाओं के बिना सृष्टि और सृजन संभव नहीं है।

डॉ अनुपम सक्सैना ने आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में डाॅ. गुंजन चतुर्वेदी, डॉण् पूनम शर्मा, डॉ रेखा सिंह, डाॅ. नीलम, डॉण् एकता, श्रीमती गरिमा, डॉ ज्योति, डॉ नीतू गौतम, डॉ सपना, कुमारी लवी, डॉ रीना, कुमारी, कु. सपना श्रीवास्तव आदि शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में छात्राओं एवं एनसीसी कैडेट्स ने महिला दिवस के उपलक्ष्य में कविताएं, स्लोगन एवं महिला दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए। दीक्षा, मोनिका, तृप्ति, खुशी, कशिश, ताषू, अंजलि आदि छात्राओं ने भी महिला दिवस के उपलक्ष में अपने विचार रखे।
उठ मेरी ज़ान मेरे साथ ही चलना है तुझे …………..