संवाद। मो नज़ीर क़ादरी
अज़मेर । विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों द्वारा पंचम दिवस पर स्वास्थ्य चेतना से संबंधित विषयों पर चर्चा की गई।
समन्वयक प्रो भारती जैन ने बताया कि मिलेट्स पर अर्थात मोटे अनाजों पर प्रो ऋतु माथुर द्वारा स्वयंसेवकों को जागरूक करते हुए कहा कि मोटे अनाज हमारा सिर्फ पेट नहीं भरता अपितु गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करते हैं और विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा भी करते हैं। एवं सभी इकाइयों के छात्र छात्राओं ने मोटे अनाज से संबंधित व्यंजनों का बनाकर उनका प्रदर्शन भी किया।
शिविर में स्वरंग मसाला कंपनी की निदेशक नीतू रुगवानी ने अपना मसालों की स्टॉल लगाई एवं कुकिंग कंपीटीशन करवाया गया कुकिंग कंपीटीशन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को पारितोषिक वितरण किया। प्रथम स्थान पारुल परिहार, द्वितीय स्थान काली रावत एवं तृतीय स्थान सोनिया ने प्राप्त किया। स्पेशल व्यंजन के रूप में मक्के के ढोकले का निर्माण किया गया । जिसमें विशेष पारितोषिक अनुपमा शर्मा को प्रदान किया गया।
शिविर में व्यंजनों की जो प्रदर्शनी लगाई उसका विश्वविद्यालय की वित्त नियंत्रक पद्मनी सिंह द्वारा अवलोकन किया गया , एवम वित्त नियंत्रक पद्मिनी सिंह ने स्वयंसेवकों को मोटे अनाज का उपयोग प्रतिदिन के जीवन में करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर और योग विभाग की प्रभारी डॉ असीम जयंती देवी ने जानकारी दी एवम स्वास्थ्य को उन्नत बनाने के दृष्टिकोण से स्वयंसेवकों को सूक्ष्म व्यायाम, आसन, प्राणायाम एवं गहरी निद्रा का अभ्यास कराया उन्होंने बताया कि आसन शरीर के विभिन्न संस्थानों में समन्वय स्थापित करके शरीर को आदर्श स्थिति प्रदान करते हैं प्राणायाम शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखते हैं एवं सूक्ष्म व्यायाम शरीर के जोड़ों को गतिशीलता में मजबूती प्रदान करते हैं साथ ही गहरी निद्रा शरीर को गहन स्तर पर ले जाकर मांसपेशियों को शिथिलता प्रदान करते हैं जिससे व्यक्ति स्वस्थ एवं ऊर्जावान बना रहता है l
मोटे अनाज से संबंधित सभी कार्यक्रमों को खाद्य विज्ञान एवं पोषण विभाग में कार्यरत पूनम पारीक एवं साक्षी पाठक ने निर्देशित एवं अग्रेषित किया ।
कार्यक्रम में दीपचंद पंवार , सुगन चंद मेघवंशी, बृजेश पांडे अनुपमा शर्मा एवम छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।