संवाद। सादिक जलाल(8800785167)
कुष्ठरोगियों की मदद के लिए रिक्शे दान किए
इंदिरा गांधी हॉस्पिटल में कुष्ठरोगियों के लिए विस्तृत केयर सुविधा खोलने की योजना
दिल्ली, : दिल्ली-एनसीआर में कुष्ठरोगियों और उनके परिवारों की मदद करने के लिए रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली साउथ (आरसीडीएस), लेप्रा एवं एस्सेट केयर एंड रिकॉन्सट्रक्शन एंटरप्राईज़ लिमिटेड (एसीआरई) ने कुष्ठरोगियों के लिए ताहिरपुर, दिल्ली में मदर टेरेसा होम में एक ग्रिड पॉवर प्लांट लॉन्च करने के लिए गठबंधन किया है। माननीय सांसद, श्री मनोज तिवारी ने इस प्लांट का उद्घाटन किया और कुष्ठरोगियों के जीवन में सुधार लाने के लिए उन्हें रिक्शे वितरित किए।
कुष्ठरोग सबसे पुरानी ज्ञात क्रोनिक बीमारियों में से एक है, जो समय पर इलाज न मिलने पर शरीर में विकृति और विकलांगता उत्पन्न कर देती है। विश्व में साल 2020-21में कुष्ठरोग के 1,27,558 नए मामले सामने आए, जिनमें से लगभग 54 प्रतिशत अकेले भारत में थे। इस बीमारी का पूरी तरह से इलाज संभव होने के बाद भी कुष्ठरोग, इसके इलाज एवं नियंत्रण को लेकर जागरुकता बहुत कम है, जिसके कारण यह छिपाई जाने वाली बीमारियों में है, और इसके बारे में ज्यादातर लोगों में गलत जानकारी फैली हुई है।
अपने पार्टनर्स के साथ रोटरी इस बीमारी की जागरुकता बढ़ाने, इससे जुड़े सामाजिक कलंक को दूर करने और मरीजों के जीवन की गुणवत्ता एवं इलाज में सुधार लाने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण का उपयोग करता है। 2019 में शुरू किए गए लेप्रोसी कंट्रोल प्रोजेक्ट का उद्देश्य उन लोगों के जीवन में सुधार लाना है, जो कुष्ठरोग से पीड़ित हैं, और भारत को कुष्ठरोगमुक्त देश बनाना चाहते हैं।
इस अवसर पर माननीय सांसद, श्री मनोज तिवारी ने कहा, ‘‘लोगों के बीच यह जागरुकता होना जरूरी है कि कुष्ठरोग का इलाज संभव है। यह जानकारी बढ़ाकर ही कुष्ठरोगियों का समाज से बहिष्कार करने पर रोक लगाई जा सकेगी, और वो सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन जी पाएंगे। मुझे विश्वास है कि नॉन-प्रॉफिट रोटरी और इसके साझेदारों के सहयोग से इस प्रोजेक्ट का विकास करने में मदद मिलेगी, और मरीजों, उनके परिवारों एवं समाज को इसका लाभ मिल सकेगा। कुष्ठरोग के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए रोटरी और इसके पाटनर्स द्वारा किया गया काम साल 2027 तक भारत से कुष्ठरोग का उन्मूलन करने के भारत सरकार के मिशन में काफी मददगार भूमिका निभाएगा।’’
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय एवं कुष्ठ रोग की स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के महानिदेशक डॉ. सुदर्शन मंडल ने कहा, “कुष्ठ रोग अभी भी भारत में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है क्योंकि यह वैश्विक नए मामलों में लगभग 54 प्रतिशत का योगदान देता है। बुरा व्यवहार और भेदभाव कुष्ठ रोगियों के बीच की पीड़ा का प्रमुख कारण है। हालांकि, कुष्ठ रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता और इसका उपचार मुफ्त रूप से उपलब्ध है, फिर भी आम नागरिकों में जागरूकता की कमी के कारण लोग आज भी इस रोग की पीड़ा से बहिष्कृत हैं । भारत कुष्ठ रोग के लिए एक एंडेमिक देश है होने की वजह से आज इसके विध्वंस के लिए समर्पित है। कुष्ठ रोग एक जीवाणु रोग है और मल्टी ड्रग थेरेपी (एमडीटी) नामक दवाओं के संयोजन के साथ पूरी तरह से ठीक हो सकता है। नेशनल लेप्रोसी इरडिकेशन प्रोग्राम (NLEP ) ने कुष्ट रोग को 2027 तक समाप्त करने के लिए अपनी रणनीति को और मजबूत किया है। हमें उम्मीद है कि हाल ही में जारी राष्ट्रीय स्ट्रैटिजिक योजना और रोडमैप (2023-27) राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के लिए मार्गदर्शन और एक ब्लूप्रिंट की तरह मदद करेगा।“
कुष्ठरोग के नियंत्रण के लिए रोटरी क्लब अलायंस के प्रमुख, श्री दीपक कपूर ने कहा, ‘‘लेप्रोसी कंट्रोल प्रोजेक्ट दिल्ली एनसीआर में 1500 से ज्यादा कुष्ठरोगियों और उनके परिवारों के जीवन में सुधार लाने के लिए निरंतर काम कर रहा है। हम अभी तक राज्य में 40 में से 30 कुष्ठरोग कॉलोनियों में 650 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दे चुके हैं, और 63 फिज़ियोथेरेपी शिविर लगा चुके हैं। कुष्ठरोग के नियंत्रण के लिए यह प्रोजेक्ट पाँच चरण के दृष्टिकोण का पालन करता है – जागरुकता बढ़ाना, स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण द्वारा समर्थ बनाना, कुष्ठरोगियों की तलाश करना, रोगियों को इलाज एवं निवारक देखभाल प्रदान करना, और उनका पुनर्वास कर उन्हें भारत में कुष्ठरोग के भार को कम करने में संलग्न करना। हम अपने पार्टनर्स, एसीआरई और लेप्रा को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने पूरी तत्परता और निस्वार्थ भाव से इस प्रयास में अपना सहयोग दिया है। रोटरी जल्द ही इंदिरा गांधी हॉस्पिटल में अपनी तरह की अलग विस्तृत केयर सुविधा का लॉन्च करेगा, जो कुष्ठरोगियों के इलाज और पुनर्वास में मदद करेगी।’’
श्री मोहम्मद शारिक मलिक, हेड, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, एस्सेट केयर एंड रिकॉन्सट्रक्शन एंटरप्राईज़ लिमिटेड (एसीआरई) ने कहा, ‘‘एसीआरई के लिए इस महान उद्देश्य के साथ गठबंधन गर्व का विषय है। पिछले तीन सालों में लेप्रोसी प्रोजेक्ट ने काफी प्रगति की है। हम सबका उद्देश्य, नैतिक मूल्य, समाज की ओर प्रतिबद्धता और बेहतर काम करने की इच्छा एक समान हैं। रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली साउथ और लेप्रा के साथ हमारी दीर्घकालिक साझेदारी कुष्ठरोगियों के निदान, इलाज और पुनर्वास के लिए स्वास्थ्य सेवा के मौजूदा ढांचे को मजबूत करने पर केंद्रित है।’’
इस अवसर पर मौजूद अन्य गणमान्य लोगों में डॉ. सुदर्शन मंडल, डिप्टी डायरेक्टर जनरल (एनसीडी एवं कुष्ठरोग), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय; डॉ. रितु चौधरी, राज्य कुष्ठरोग अधिकारी; डॉ. केएस बघोटिया, सचिव, हिंद कुष्ठ निवारण संघ; रोटेरियन अशोक कंतूर, रोटरी जिला गवर्नर, आरडी 3011 के साथ लेप्रा और एसीआरई के प्रतिनिधि शामिल थे।