वलियों के दर पर हाजिरी लगाने से होती है दिल की मुराद पूरी – शाहीन ताज
आगरा। हजरत जंगी शहीद शाह बाबा रहमतुल्लाह अलेह का एक दिवसीय जश्न ए उर्स मुबारक आगरा किले मैं मनाया गया।
बाद नमाज़ असर संदल व चादर पोशी गुलपोशी तथा महफिले कव्वाली का आयोजन किया गया महफिल ए कव्वाली के बाद आए हुए सभी अकीदत मन दो को रोजा इफ्तार कराया गया तथा बाद नमाज मगरिब लंगर तकसीम किया गया। हज़रत जंगी शहीद शाह बाबा के एक दिवसीय उर्स मुबारक में हाज़री के लिए बड़ी ही दूरदराज से लोग आते हैं।
दरगाह के सज्जादा नशीन शाहीन ताज कुरैशी ने बताया कि हज़रत का उर्स मुबारक हर वर्ष रमजान उल मुबारक की 2 तारीख को यानी दूसरे रोजे को मनाया जाता है , दरगाह पर लंगर तक़सीम किया जाता है अक़ीदतमंद मन्नते मांगते हैं , उनकी हर जायज़ मुराद बाबा के वसीले से अल्लाह तबारक ताला पूरी करता है , वलियों के दरबारों से मोहब्बत व एकता का पैगाम जाता है यहां ना कोई हिंदू ना मुसलमान सिर्फ इंसान कहलाता है वलियों के दर पर जो भी आता है वह अपनी झोली भर ले जाता है इनके दरबारों से सभी की बिगड़ी बनती है
उर्स की व्यवस्था मुंशी खान, बब्बू खान, मोहम्मद आरिफ ,सूफी शब्बीर अहमद ने संभाली।