आप संसद में मौन कर देंगे तो सड़कें दहाड़ेंगी। अनिल शर्मा
आगरा।उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अनिल शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से लोकतंत्र जनता की आवाज उठाने के लिए सड़क से लेकर संसद तक अनेकों प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है जिसमें धरना अनशन प्रदर्शन सभाएं इत्यादि होती हैं यह सभी लोकतंत्र की सामान्य प्रक्रिया है जनता द्वारा चुना हुआ सांसद सदन में अपनी बात सदन की कार्यवाही के दौरान उठाता है विपक्षी दलों का सवाल होता है इसका जवाब सत्तारूढ़ दल को देना होता है लेकिन वर्तमान सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का काम कर रही है सदन में जब भी विपक्षी दलों ने जनता के हित की बात की उनके माइक बंद कर दिए गए वीडियो स्पंज किए गए और सत्तारूढ़ दल के सांसदों ने उनकी आवाज को दबाने के लिए एकमत होकर सदन के कार्य में बाधा डाली और अनेकों बार सदन स्थगित हुआ देश की जनता जानना चाहती है कि एलआईसी और एसबीआई का पैसा किन किन मदों में लगाया गया जब कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी ने यह सवाल उठाएं और पूछा अडानी की कंपनी में जो धन लगाया गया वह जनता का पैसा है उसको स्पष्ट किया जाए और सरकार का उनसे क्या अहम रिश्ता है उसको भी स्पष्ट किया जाए जवाब की जगह सरकार में बैठे हुए लोग बगले झांकते नजर आए। कांग्रेस सांसद श्री राहुल गाँधी जी की सदस्यता समाप्ति के बाद में कांग्रेस जब आक्रामक हुई तो धारा 144 लागू कर दी जाती है लोकतांत्रिक देश में अपनी बात कहने का भी हक नहीं दिया जाता।
शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार आज दिल्ली में हजारों कांग्रेस जनों ने कैंडल मार्च किया पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया मीडिया विभाग के चेयरमैन एवं प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री पूर्व मंत्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी के नेतृत्व में कैंडल मार्च कर रहे हजारों कांग्रेस जनों को गिरफ्तार कर लिया गया वह निंदनीय है भारत की वर्तमान सरकार सामान्य तौर पर लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंतर्गत गांधीवादी तरीके से अपनी बात रखने का काम करने वाले कांग्रेसजनों को रोकने का काम कर रही है।यह डरी और सहमी हुई सरकार इस कदर परेशान है इनके मंत्री और नेता कांग्रेस के सत्याग्रह और कैंडल मार्च आज के कार्यक्रमों को नौटंकी बता रहे हैं देश जानना चाहता है कि वर्तमान सरकार देश की मूलभूत समस्याओं से परे अपने कॉर्पोरेट जगत के मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए यह प्रोपगण्डा अपनाए हुए हैं आखिर उन्हें कब तक बचाएगी। संसद में अगर आवाज को दबाया गया तो निश्चित है सड़के दहाड़ेगी। आज सरकार का चेहरा जनता के सामने बेनकाब हो चुका है जनता पूरा मन बना चुकी है इस सरकार को उखाड़ फेंकने का।भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से यह सरकार असंतुलित हो गई है इस प्रकार जनता का अपार समर्थन राहुल गाँधी जी को मिला उससे सरकार में बैठे हुए लोग घबरा गए हैं अनेकों प्रकार की टीका टिप्पणी करते हुए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं जिनका कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले राहुल जी के पिता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गाँधी एवं उनकी दादी पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गाँधी जी की कार्यशैली और जनहित की भावनाएं और इस देश के लिए दिया गया उनका बलिदान देश भूला नहीं है जिस परिवार ने आजादी की लड़ाई में अनेको बार जेल यात्राएं की।उस परिवार के बेटे को यह सत्ता मद में डूबे हुए लोग गद्दार और मीर जाफर की संज्ञा दे रहे हैं जो बेहद शर्मनाक है इसके लिए इनको देश से माफी मांगनी चाहिए। बार-बार जब सवाल किए जाते हैं कि आखिर अडानी जी से इनका क्या रिश्ता है तो पूरे तौर पर कॉर्पोरेट जगत के मित्रों को बचाने के लिए यह और इनकी पार्टी पूरी तरह से आक्रामक हो जाती है और अपना आपा खो देती है अनेकों बार इनकी पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अपमान किया बार-बार राहुल जी का अपमान किया उनकी मां सोनिया जी का अपमान किया यह देश भूला नहीं है जनता जवाब देने को तैयार है इस सरकार को बेनकाब करने के लिए कांग्रेसजन जन-जन के बीच में जाकर ब्लॉक और वार्ड स्तर पर जनपद स्तर व प्रांतीय स्तर पर इनके काले कारनामों को उजागर करने का काम करेंगे।