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चौतरफा विकास के साथ पूर्वोत्तर में बढ़ रही शांति, सौहार्द व संपन्नताः इंद्रेश कुमार

संवाद। सादिक जलाल(8800785167)


धर्मों का सम्मान ज़रूरी, तनाव व अशांति का रास्ता है धर्मांतरण

नई दिल्ली। दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित महाराष्ट्र सदन में गुरुवार को वाइब्रेंट नॉर्थ ईस्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार थे. इस दौरान उत्तर पूर्व के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुत किया. इसमें वहां के लोक नृत्य से सभी लोगों को परिचित कराया गया. कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता टॉम वडक्कन, राज्यसभा सांसद एस फैंगनोक कोनयान, भारतीय क्रिश्चन मंच से प्रताप पल्ला और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शाहिद सईद भी मौजूद रहे.

मोदी की योजनाएं सराहनीय
इस दौरान संघ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि उत्तर पूर्व की सांस्कृतिक विरासत से दिल्ली के लोगों को परिचित कराने का यह आयोजन काफी सराहनीय है. उत्तर पूर्व के लोग हमेशा देश की तरक्की में योगदान देने के लिए आगे रहते हैं. आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए कार्य करना हो, वे हमेशा अपना योगदान देते रहे हैं. इंद्रेश कुमार ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद से उत्तर पूर्व के विकास पर अधिक ध्यान दिया गया है. इससे सभी राज्यों में बहुत सारी नई परियोजनाएं शुरू हुई हैं, जिनसे उन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं बढ़ने के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं. इसके साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों में शांति, सौहार्द और संपन्नता भी बढ़ रही है.

विकास के रास्ते पर है पूर्वोत्तर:
इस मौके पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि एक समय था जब पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसा की घटनाएं सरे आम हुआ करती थीं जिसमें अनेकों मासूमों की मौत होती थी। परंतु जब से केंद्र में दृढ़ इच्छाशक्ति की मजबूत सरकार आई है तब से हर तरह की हिंसक घटनाओं में पूरी तरह कमी आई है. आज विकास के चौतरफा रास्ते पर पूर्वोत्तर राज्य चल रहे हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का असर है.

राजीव सरकार की आलोचना:
इंद्रेश कुमार ने राजीव गांधी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि एक समय केंद्र सरकार 100 रुपए भेजती थी तो 15 रुपए विकास कार्यों में लगते थे और बाकी के 85 रुपए रिश्वतखोरी और घोटाले में चले जाते थे. और यह स्वीकारोक्ति तत्कालीन पीएम की ही थी परंतु आज नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में पूरे के पूरे 100 प्रतिशत रुपए विकास कार्यों में लगते हैं, किसी तरह का घपला घोटाला नहीं होता है.

धर्मांतरण पर निशाना:
संघ के वरिष्ठ नेता एवं भारतीय क्रिश्चन मंच के मुख्य संरक्षक ने इशारों इशारों में धर्मांतरण पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सभी धर्मों को अपने अपने धर्मों पर चलते हुए एक दूसरे धर्म का सम्मान करना चाहिए. अगर हम दूसरे के धर्म में दखल देंगे या धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करेंगे तो झंझट और विरोध होगा जो विकास और सौहार्द के रास्ते में बाधक बनेगा. अशांति और तनाव की स्थितियां रहेंगी. अतः हर किसी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इन बातों से बचना चाहिए. इंद्रेश कुमार ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हमारा धर्म कोई सा भी हो, लेकिन कुल मिला कर हम सब भारत के रहने वाले हिंदुस्तानी हैं.

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद भुवनेश्वर कलिता ने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर के विकास पर पूरा ध्यान दे रही है. चाहे सड़कों का जाल बिछाने की बात हो, रेलवे की बात हो या हवाई सेवाओं को बढ़ाने की बात हो. मोदी सरकार ने हर तरह की सौगात पूर्वोत्तर को दी है. प्रधानमंत्री खुद भी पूर्व उत्तर के विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं. कार्यक्रम का आयोजन समाजसेवी प्रताप पल्ला और आदिलीला फाउंडेशन के सहयोग से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत किया गया.