संवाद – सादिक जलाल (8800785167 )
कॉफी टेबल बुक ‘मोस्ट आईकॉनिक सिंधीज ऑफ द वर्ल्ड’का विमोचन संपन्न
नई दिल्ली। सिंधी समाज के इतिहास पर लिखी पुस्तक ” मोस्ट आईकॉनिक सिंधीज ऑफ द वर्ल्ड ” का विमोचन बुधवार को प्रैस क्लब ऑफ इंडिया रायसीना रोड़ नई दिल्ली में किया गया। इस मौके पर सिंंधी समाज के अग्ररतन सांसद श्री शंकर लालवानी, पुस्तक के लेखक श्री विकास भार्गव व सिंंधी अकादमी दिल्ली के सचिव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इस पुस्तक का अवलोकन लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला भी कर चुके है।
इस मौके पर आयोजित पत्रकार वार्ता में सांसद शंकर लालवानी ने विकास भार्गव को उनके इस कार्य के लिए बधाई दी और कहा कि गैर सिंधी होते हुए श्री भार्गव ने सिंंधी इतिहास पर पुस्तक लिखी इस तरह की अवधारणा और आयोजन से सिंधी समाज के योगदान को दुनिया में प्रदर्शित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया, “यूएई और दुनिया के लिए, विशेष रूप से सिंधी समुदाय के लिए भारतीय महान योगदानकर्ता हैं”
उन्होंने कहा, “सिंधी समुदाय की संस्कृति और सफलता की कहानियों की विविधता को देखकर अच्छा लगा।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए लेखक विकास भार्गव ने कहा कि सिंंधी समाज पर लिखी पुस्तक देश में पहली पुस्तक है। यह पुस्तक अपने आप में अनूठी है क्योंकि यह सिंध और सिंधी की कहानी है जिसे एक गैर सिंधी ने प्रकाशित किया है वह इस समाज से अत्याधिक प्रभावित है।इस किताब में दुनिया के 16 देशों के 61 सिंधी लोगों को शामिल किया गया है।
लेखक विकास भार्गव इस पुस्तक से पहले वह 32 पुस्तकें लिख चुके हैं। अरब वर्ल्ड के ऊपर उनकी लिखी गई पुस्तक ‘सोच’ इस विषय में लिखी गई पहली हिंदी की पुस्तक है। अफ्रीका पर लिखी दो पुस्तकें भी खासी चर्चा में रही हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब और उत्तर प्रदेश पर भी उन्होंने पुस्तके लिखी है जिन्हें पाठकों का भरपूर प्यार मिला है।
दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स मंडी हाऊस से मास्टर्स की पढ़ाई कर चुके विकास भार्गव ने बताया कि उन्होंने दर्जनों ऐड फिल्में और विज्ञापन लेखन का काम भी किया है। इनमें थमस अप, रीबॉक,डाबर वाटिका आदि नामी ब्रांड प्रमुख है।उन्होंने बताया कि उनकी अगली पुस्तक जैन धर्म को लेकर रहेगी।उनका प्रयास होगा कि वे अपनी इस पुस्तक में जैन धर्म और इस समुदाय के लोगों का देश और समाज में योगदान व उपलब्धियों को आमजन तक पहुंचाया जाये। इसके बाद श्री भार्गव की इच्छा यूपी गौरव, फिर कोरियन पर उनकी भाषा में पुस्तक लिखने की है।
गौरतलब है कि मानव अधिकार कार्यकर्ता विकास भार्गव फिलहाल दुबई में रह रहे हैं और वहीं से पुस्तक लेखक के तौर पर लगातार सक्रिय है।