पटियाला। पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू रोड रेज मामले में दोषी करार दिए जाने के 10 महीने बाद पटियाला जेल से रिहा हो गए।
पटियाला जेल से रिहाई के तुरंत बाद कांग्रेस नेता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि अभी लोकतंत्र जैसी कोई चीज़ नहीं है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश है। अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अगर आप पंजाब को कमजोर करने की कोशिश करेंगे तो आप कमजोर हो जाएंगे।
उन्होंने यह कहते हुए भाजपा के खिलाफ हमला किया कि भगवा पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार “डर” रही है। नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को कहा, “इस देश में जब भी तानाशाही आई है, एक क्रांति भी आई है और इस बार उस क्रांति का नाम राहुल गांधी है। वह सरकार को हिला देंगे। उन्होंने संसद में विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए भाजपा पर भी निशाना साधा है। सिद्धू ने कहा कि बहस और असहमति लोकतंत्र का सार है। यह विपक्ष की भूमिका है। पंजाब में नेताओं की सुरक्षा कम किए जाने के मुद्दे पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, मेरी भी सिक्योरिटी कम की गई। एक सिद्धू (सिद्धू मूसेवाला) तो मरवा दिया, दूसरा भी मरवा दो।
नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में 65 वर्षीय गुरनाम सिंह की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद पिछले साल 20 मई को जेल भेजा गया था। कारावास के दौरान अच्छे आचरण के कारण सिद्धू को नियमों के तहत अनुमति के अनुसार समय से पहले रिहा कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल की जेल की सजा सुनाए जाने के 10 महीने बाद शनिवार शाम को उन्हें पटियाला जेल से रिहा कर दिया गया।