राजस्थान

यौम ए विसाल अव्वल उम्मूल मोमनीन हज़रत सैयदन्ना खदीजातुल कुबरा (स.अ.) की बारगाह में खिराजे अकीदत पेश

संवाद -मो नज़ीर क़ादरी

अजमेर । पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तुफा सल्ललाहो अलैह वसल्लम कि रफीके हयात (धर्मपत्नी ) उम्मूल मोमनीन हज़रत खदीजातुल कुबरा सलाम उल्लाह अलैहा का यौम ए विसाल अंजुमन मोहिब्बाने अहलेबैत कि जानिब से 2 अप्रैल रविवार, 10 रमजानुल मुबारक को मनाया गया संस्था के अध्यक्ष व कार्यक्रम के संयोजक अहसान मिर्जा ने बताया कि शेखा मौहल्ला स्थित संजरी मस्जिद में बाद नमाज-ए-असर महफिल का आगाज हस्बे रिवायत तिलावते कलामे इलाही से हाफिज कारी जियाउल मुस्तफा ने किया सैयद जमीर अली, अज्जी मिया एण्ड पार्टी ने शिजराखानी पेश की। मुनव्वर हुसैन मुनव्वर, तनवीर आलम, सज्जाद मोईनी, लारेब चिश्ती, हाफिज मोहम्मद मोईन, अमान खलील ने नात व मनकबत के नजराने पेश किये। मेहमान मुकर्रीर मौलाना मुकरर्मम अशरफ ने उम्मुल मोमनीन हज़रत खदीजातुल कुबरा (स.अ.) की सीरते पाक पर खिताब फरमाया, सलातो सलाम पेश किया गया।

कार्यक्रम के अन्त में फातहा के बाद मुल्क में अमन चैन आपसी भाईचारे व कौमी यज्ञ जेहती के लिये विशेष इज्तेमाई दुआ की गई। तबरूक तक्सीम किया गया। कार्यक्रम में रियाज मिर्जा, सैयद महफूज हसन चिश्ती एडवोकेट, सैयद हकनवाज चिश्ती, सैयद शहुर उल हसन चिश्ती, असवत अली, सलमान खान, सैयद फिरोजुददीन संजरी, सैयद गुलजार चिश्ती हाजी मोहम्मद इकबाल, हाजी सैयद सलीम बना, अली कोसेन मिर्जा, सैयद आशिक अली सहित संस्था के अनेक सदस्य मौजूद थे। इस मौके पर संस्था की ओर से सामुहिक रोजा इफ्तार व लंगर (भण्डारे) का अहतेमाम (आयोजन) किया गया। कार्यक्रम का संचालन मिर्जा मोईन अरशदी ने किया ।