पहली बार बोर्ड की आमदनी को 5 महीने मे 51 करोड़ रुपए तक पहुंचाया
जालंधर : आजादी के 75 साल बाद पंजाब वक्फ बोर्ड को एक ऐसा ईमानदार एम.एफ फारुकी जैसा एडमिनिस्ट्रेटर आफिसर मिला जिनकी अंथक कोशिशों से चंद महीनों में पंजाब वक्फ बोर्ड ने अपनी आमदनी के 51 करोड़ रुपए हासिल करके रिकार्ड कायम किये है। जिससे हर तरफ पंजाब सरकार और पंजाब वक्फ बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर की वाह वाही हो रही है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए वक्फ बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर / एडीजीपी पंजाब (आई.पी.एस) एम.एफ फारूकी ने कहा कि हमने पंजाब वक्फ बोर्ड की तारीख में पहली बार ₹51 करोड़ रूपए वसूल करके रिकार्ड कायम किए हैं। उन्होंने कहा कि मेरा अगला निशाना अन्य स्टे्टों के मुकाबले में पंजाब वक्फ बोर्ड को नंबर वन स्टेट का दर्जा दिलाना है।
उल्लेखनीय है कि एमएस फारुकी को पंजाब सरकार ने 3 नवंबर 2022 को वक्फ बोर्ड का एडमिनिस्ट्रेटर बनाया था। 5 महीने में 31 मार्च 2023 तक बोर्ड की आमदनी को 51 करोड़ तक पहुंचाया। यही नहीं एडमिनिस्ट्रेटर फैयाज फारुकी ने पंजाब भर के मस्जिदों के इमामों की तनख्वाहों में इजाफा किया, मदरसों को करोड़ों रुपए के ग्रांट दिए। और पंजाब वक्फ बोर्ड के रिटायर हो चुके इमामो को पेंशन लगाया। उनका अगला निशाना मुस्लिम कौम के बच्चों को तालीम याफ्ता बनाना है। इसके लिए एमएफ फारूकी कई एंगल पर काम कर रहे हैं।