उत्तर प्रदेश

यीशु मसीह की शिक्षा और दर्शन आज भी प्रासंगिक है वह हमें निरंतर क्षमा और सेवा करने की प्रेरणा देते हैं -डॉक्टर राफ़ी मंजिल

आगरा। यीशु मसीह की शिक्षा और दर्शन आज भी प्रासंगिक है वह हमें निरंतर क्षमा और सेवा करने की प्रेरणा देते हैं प्रभु यीशु मसीह ने अपने शिष्यों के साथ की अंतिम भोज के दौरान शिष्यों के पैर धोकर हमारे सम्मुख सेवा का उज्जवल आदर्श रखा। महाधर्माध्यक्ष डॉक्टर राफ़ी मंजिल निष्कलंक माता गिरजाघर में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
ईसाई पंचांग में के सबसे पवित्र सप्ताह समय के दौरान पवित्र बृहस्पतिवार पर नगर के सभी प्रमुख गिरजा घरों में प्रभु यीशु के दुख भोग संबंधी घटनाओं की याद की गई, सेंट मैरी चर्च प्रतापपुरा में पल्ली पुरोहित फादर जोसेफ डाबरे ने मुख्य पूजा चढ़ाई प्रवचन के बाद 12 लोगों के पैर धोए और लोगों से सेवा भाव अपनाने का आग्रह किया।


महाधर्मप्रांत के मीडिया प्रभारी फादर मून लाजरस के अनुसार सेंट मैरी चर्च छावनी स्थित सेंट पैट्रिक्स चर्च। शास्त्रीपुरम स्थित सेंट थॉमस चर्च में पवित्र बाइबल से प्रभु ईसा का दुख भोग पाठ , १२ शिष्यों के पैर धोने की परंपरा और पवित्र परमप्रसाद की स्थापना की धर्मविधि संपन्न हुई, सभी गिरजा घरों में दीन दुखी निर्धन व कोरोना पीड़ितों की सहायतार्थ दान एकत्रित किया गया। जिसे जरूरतमंद लोगों को दिया जाएगा

क्रिश्चन समाज सेवा सोसायटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने बताया कि शुक्रवार को चर्च में रोजा और परहेज़ का दिन है ,रोज़ा रखने का नियम सभी व्यस्कों पर लागू होता है, सभी चर्च में मध्यान्ह 3:00 बजे से प्रार्थना व सांयकाल क्रूस का रास्ता होगा। उन्होंने सभी लोगों से पाप स्वीकार संस्कार में भाग लेने और सुरक्षा पूर्वक दान दक्षिणा देने की अपील की है।