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हिंदी भाषा और साहित्य का भविष्य उज्जवल है मगर उसे राजनीति का शिकार होने से बचना होगा


आगरा। भारत आस्ट्रेलिया साहित्य सेतु आगरा की स्थापना सितम्बर 2018 में हिंदी पखवाड़े के समय सिडनी आस्ट्रेलिया में पहले हिंदी के कवि सम्मेलन से हुई इसकी की रूपरेखा संस्थापक अनिल कुमार शर्मा तैयार की । इस सेतु का उद्देश्य भारतीय व प्रवासी हिंदी लेखक जो भारत व विदेश की साहित्यिक यात्रा करते रहते हैं और हिंदी भाषा के प्रसार प्रचार में लगे व्यक्तियों से मिलते हैं उन सभी को एक मंच पर लाकर हिंदी विमर्श व गोष्ठियों के माध्यम से विचारों का आदान प्रदान करना है । जिससे कि भारत व प्रवासी साहित्यिक गतिविधियों के माध्यम से एक दूसरे से हिंदी सामंजस्य स्थापित हो।


दूसरा कवि समागम भारत में ग्रीष्म ऋतु 2019 में आयोजित हुआ
तीसरा वृहद आयोजन विश्व हिंदी दिवस 10-01-23 को सिडनी में आयोजित हुआ जिसमें आभासी माध्यम से भारत व कई देशों के साहित्यकारों ने हिस्सा लिया यह आयोजन “अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध “ के साहित्य पर विमर्श हेतु व कवि सम्मेलन के रूप में किया गयाभारत आस्ट्रेलिया साहित्य सेतु ,के इस चतुर्थ आयोजन में टोरन्टो से अखिल विश्व हिंदी समिति के अध्यक्ष गोपाल बघेल मधु , प्रवीण गुप्ता जनरल सचिव एवं विनय गुप्ता सचिव अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति दिल्ली से हिंदी के प्रसार प्रचार पर विमर्श हेतु आगरा आये।


भाषा संस्कार से पनपती है लेकिन भाषा का विकास उस देश की सामाजिक संस्कृति के आधार पर होता है हिंदी भाषा का भविष्य उज्जवल है मगर इसे राजनीति से बचाना होगा कुछ इन्हीं विचारों के साथ हिंदी के उन्नयन पर चर्चा का मौका था “भारत-ऑस्ट्रेलिया साहित्य सेतु “आगरा के बैनर तले आयोजित गोष्ठी का ,इसमें हिंदी साहित्य एवं भाषा की अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर उपादेयता एवं भविष्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया मुख्य अतिथि गोपाल बघेल ने अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में हिंदी बोली जाती है।

हिंदी भाषा और साहित्य का भविष्य उज्जवल है मगर उसे राजनीति का शिकार होने से बचना होगा ,विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति के महासचिव प्रवीण गुप्ता और सचिव विनय गुप्ता कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो० श्री भगवान शर्मा ने की इस दौरान चर्चा परिचर्चा एवं प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया सभी ने स्वीकार किया कि भाषा को राष्ट्रीयता संस्कार विकसित किया जा सकता है।

बैकुंठी देवी की पूर्व प्राचार्य डॉ नीलम भटनागर डॉ राजेंद्र मिलन तथा आर० एस०तिवारी डॉ अशोक विज आदि ने विचार व्यक्त किए ,गोष्ठी में अनिल कुमार शर्मा डॉक्टर मधु भारद्वाज सीमा खंडेलवाल राजीव खंडेलवाल अंजू शर्मा ,नवीन चतुर्वेदी ,रमा वर्मा ,दुर्ग विजय सिंह शशि गुप्ता ने काव्य पाठ किया
प्रो९ प्रमिला चावला प्रेम चावला कॉंति शर्मा रवि रेला की सहभागिता सराहनीय रही।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर शिखरेश और धन्यवाद ज्ञापन सिविल सोसायटी आगरा के सचिव अनिल शर्मा ने किया।