आगरा। मूक-बधिर यात्रियों/दिव्यांग जनों को रेलवे में सफर करने के दौरान किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए रेलवे विभाग ने मूक-बधिर यात्रियों की भाषा समझने के लिए रेलवे कर्मचारी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।मंडल रेल प्रबंधक आनन्द स्वरुप के निर्देशन में एवं श्री अमन वर्मा के मार्ग दर्शन में सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 02.05.23,03.05.23 और 08.05.23,09.05.23 तक गोवर्धन सभागार में दिया जा रहा है यह प्रशिक्षण विशेष शिक्षाविद एसएसए आगरा द्वारा दिया जा रहा है।
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन को देश का पहला दिव्यांगजन रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। कैंट स्टेशन पर नेत्रहीन, दिव्यांग, मूक-बधिर दिव्यांगो के लिए रेलवे स्टेशन के साथ ट्रेनों में सभी उच्च सुविधाएं उपलब्ध होगी। अब दिव्यांगों के लिए उनकी भाषा और स्टाइल समझने वाले रेलवे कर्मचारी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
नेत्रहीन दिव्यांगो के लिए ब्रेल लिपी साइन, व्हील चेयर और ट्रेन में चढ़ने के लिए रैम्प की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है । साथ ही दिव्यांगो की समस्याओं को सुलझाने के लिए सांकेतिक भाषा में कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पैरों से दिव्यांग यात्रियों के लिए व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध की गई है जो प्लेटफार्म पर ही उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही पोर्टेबल रैम्प की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस पोर्टेबल रैम्प की मदद से व्हील चेयर द्वारा सभी दिव्यांगजन ट्रेन के कोच में आसानी से चढ़ सकेंगे। रेलवे के कर्मचारियों के सांकेतिक भाषा सीखने तक रेलवे ने मूक दिव्यांगजनों के लिए वीडियो बनाए गए हैं। इन वीडियो से मूक दिव्यांगजनों को काफी मदद मिलेगी।
जल्द ही रेलवे स्टेशन पर आने वाले दिव्यांगजनों के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध होगी। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन को देश का पहला दिव्यांगजन फ्रेंड्ली रेलवे स्टेशन बनाने में रेलवे के सभी कर्मचारी प्रयासरत हैं। इस अवसर पर मंडल वाणिज्य प्रबन्धक कु.प्रशस्ति श्रीवास्तव,सहायक वाणिज्य प्रबंधक प्रथम वीरेंद्र सिंह,सहायक वाणिज्य प्रबंधक द्वितीय अनिल श्रीवास्तव एवं प्रशिक्षु कर्मचारी उपस्थित रहे।