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बच्चों ने कागज ही नहीं, दिलों पर भी उकेरे स्वतंत्रता सेनानी

आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशन में सीएआरडीसी ने संस्कार भारती के सहयोग से क्रांति तीर्थ श्रंखला में श्यामा देवी कंपोजिट विद्यालय, मंडी सईद खां में कराई चित्रकला प्रतियोगिता

आगरा। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशन में सीएआरडीसी द्वारा संस्कार भारती के सहयोग से आयोजित क्रांति तीर्थ श्रंखला की कड़ी में गुरुवार को मंडी सईद खां स्थित श्यामा देवी कम्पोजिट विद्यालय में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कक्षा दो से कक्षा आठ तक के 200 छात्र-छात्राओं ने बिस्मिल, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और सुभाष चंद्र बोस समेत कई चर्चित और गुमनाम क्रांतिकारियों के चित्र बड़े ही मनोयोग से ड्राइंग शीट पर ही नहीं, देखने वालों के दिलों पर भी उकेर दिए।


कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार राज बहादुर सिंह राज ने कहा कि क्रांति तीर्थ श्रंखला का उद्देश्य गुमनाम शहीदों को पहचान दिलाना है। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्वी महानगर प्रचारक अंकित जी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में भारत सरकार द्वारा किशोरों और युवाओं को क्रांतिकारियों से जोड़ने के लिए कांति तीर्थ श्रंखला का आयोजन किया जा रहा है।


विद्यालय के प्रधानाचार्य शिवकुमार शर्मा ने कहा कि क्रांतिकारियों के बलिदान से युवाओं को राष्ट्र भक्ति की सीख देने के लिए ऐसे आयोजनों की महत्ता स्वयं सिद्ध है। क्रांति तीर्थ श्रंखला के मंडल समन्वयक राज बहादुर सिंह राज ने संचालन किया। आलोक आर्य ने अतिथियों का स्वागत किया। अर्पित चित्रांश, केसर सिंह, रेनू खरे, सोनिया सलूजा, विनीता, कीर्ति और पिंकी भी प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।