जो शहीद हुए हैं उनकी, तुम याद करो कुर्बानी..
संस्कृति मंत्रालय के निर्देशन में सीएआरडीसी द्वारा संस्कार भारती के सहयोग से आयोजित क्रांति तीर्थ श्रंखला के अंतर्गत
बच्चों को देशभक्ति के संस्कार प्रदान कर रही क्रांति तीर्थ श्रंखला: हरिमोहन सिंह कोठिया
चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से क्रांतिकारियों के व्यक्तित्व से जुड़ रहे विद्यार्थी: आलोक आर्य
आगरा। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशन में सीएआरडीसी द्वारा संस्कार भारती के सहयोग से आयोजित क्रांति तीर्थ श्रृंखला की अगली कड़ी में शुक्रवार को ताजगंज स्थित सेंट मैरी स्कूल में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कक्षा 9 से 12 तक के 132 छात्र-छात्राओं ने सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, झांसी की रानी और महात्मा गांधी सहित कई अमर बलिदानियों और क्रांतिकारियों के आकर्षक चित्र बनाकर उनका भावपूर्ण स्मरण किया।
संगीत शिक्षक सुषमा राजपूत के नेतृत्व में हारमोनियम और तबला पर इफरा, अल्फिदा, अल्जिया, प्राची पुरी, राखी, वरीशा, कुणाल, वंदना, फ़िदा, उम्मुल और अल्शिफा ने “ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी तुम याद करो कुर्बानी” समूह गीत प्रस्तुत कर देशभक्ति का रंग घोल दिया।
इस अवसर पर हरिमोहन सिंह कोठिया ने कहा कि क्रांति तीर्थ श्रंखला का उद्देश्य इन बच्चों को देशभक्ति के संस्कार प्रदान करना है। कल यही बच्चे देश का नेतृत्व करेंगे।
आलोक आर्य ने कहा कि क्रांति तीर्थ श्रृंखला के माध्यम से बच्चे और युवा क्रांतिकारियों के व्यक्तित्व को आत्मसात कर रहे हैं।
इससे पूर्व क्रांति तीर्थ श्रंखला के मंडल समन्वयक और संस्कार भारती के पूर्व अखिल भारतीय साहित्य संयोजक राज बहादुर सिंह राज ने मां भारती की तस्वीर पर माल्यार्पण व समक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार हरिमोहन सिंह कोठिया, आलोक आर्य, कार्यक्रम संयोजक ताहिर सिद्दीकी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केंद्रीय कार्यालय प्रमुख नंद किशोर नंद, संजय अग्रवाल, राजश्री सत्संगी, सौरभ शर्मा और कोमल सिंह भी प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। श्रीमती तनुश्री गुहा ने कार्यक्रम का संचालन किया।