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लुधियाना के हैबोवाल कलां का 7 साल पुराना कब्रिस्तान का मामला जल्द सुलझेगा। मस्जिद और मदरसों को मिलेगी ग्रांट: एम.एफ फारुकी

संवाद। मजहर आलम

तकफीन वेलफेयर ट्रस्ट पंजाब के सदस्यों ने वक्फ बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर से की मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराया

जालंधर: पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से सूबे में लगातार मस्जिद और कब्रिस्तानों के रखरखाव को बेहतर तरीके से किया जा रहा है। जब से पंजाब वक्फ बोर्ड में ए.डी.जी.पी पंजाब एम.एफ फारूकी को वक्फ बोर्ड का एडमिनिस्ट्रेटर बनाया गया है, तब से पंजाब भर में कई कब्रिस्तानों, मस्जिदों और मदरसों को रिजर्व किया गया है। और बड़े स्तर पर ग्रांट भी दी गई है।
इसी कड़ी के तहत सोमवार को जिला लुधियाना के हैबोवाल कलां से तकफीन वेलफेयर ट्रस्ट पंजाब का एक वफ्द एडमिनिस्ट्रेटर/ ए.डी.जी.पी एम.एफ फारूकी से पीएपी आर्मीड ऑफिस जालंधर मिलने पहुंचे। ट्रस्ट के चेयरमैन असरार तरीन ने बताया कि उनके यहां करीब 32 कनाल में कब्रिस्तान मौजूद है, जिस पर साल 2016 से केस चल रहा है और यहां पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय रहता है लेकिन कब्रिस्तान ना होने की वजह से बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वह सेशन कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट और अब ट्रिब्यूनल में केस चल रहा है। कुछ सालों पहले पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से उक्त जमीन को पट्टे पर दिया गया था, जिसे लेकर स्थानीय मुस्लिम भाईचारे के लोग कई सालों से कोर्ट में केस लड़ रहे हैं।
इस सारे मसले को सुनने के बाद एडीजीपी एम.एफ फारूकी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को कब्रिस्तान मुहैया करवाना हमारी पहली प्राथमिकता है। इसलिए उक्त जगह पर समुदाय को कब्रिस्तान मिलेगा, जिस व्यक्ति को भी जगह पट्टे पर दी गई है उसका पट्टा कैंसिल किया जाएगा। इसके अलावा वलीपुर खुर्द में 8 कनाल 18 मरले में कब्रिस्तान है जो रिजर्व नहीं हो रहा है। इसके अलावा मौके पर ही संस्था ने एक और मांग करते हुए कहा कि हैबोवाल कलां में ज्वाला सिंह चौक के पास संस्था की तरफ से अपनी जमीन लेकर उस पर मस्जिद बनाई गई है जिस पर करीब 7 लाख खर्च किया जा चुका है। और मस्जिद को मुकम्मल होने में 15 से 20 लाख रुपए का और खर्च आएगा। इसके लिए फंड मुहैया करवाया जाए। संस्था के सदस्यों ने एडमिनिस्ट्रेटर एमएफ ने या फंड भी मुहैया करवाने का आश्वासन दिया। तकफीन वेलफेयर ट्रस्ट ने एमएफ फारूकी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि है उनकी सभी मांगों को पूरा किया गया है और उम्मीद है कि जल्द यह सारे मामले सुलझा लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एक लंबे समय बाद वक्फ बोर्ड की तरफ से समुदाय को कब्रिस्तान रिजर्व और मस्जिदों की डेवलपमेंट की जा रही है।
इस मौके पर संस्था के ट्रस्टी चेयरमैन असरार तरीन, वाइस चेयरमैन अनवर हुसैन, मोहम्मद हाबिल, अब्दुल सत्तार, हशमुद्दीन मास्टर, मोहम्मद नबी जान, महमूद उल हसन, इमरान सलमानी, दिलजान साहब, मास्टर इसराइल साहब अन्य सदस्य मौजूद थे।