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सुल्तानगंज में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर विशेष क्षय रोगी खोजी अभियान का शुभारंभ

  • 21 दिनों तक चलेगा विशेष अभियान, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के जरिए क्षय रोगियों को खोजा जाएगा
  • दो हफ्ते से ज़्यादा खांसी, बुखार वाले लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची बनाकर चिन्हित कर सूची तैयार करेंगी आशा

मैनपुरी। देश को वर्ष 2025 टीबी मुक्त बनाने के लिए जनपद में सोमवार को विशेष क्षय रोगी खोजी अभियान शुरू हुआ। जनपद के सुल्तानगंज स्थित विछवा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ग्राम प्रधान अमर सिंह ने फीता काटकर अभियान का शुभारंभ किया। यहां पर पहले दिन 37 संभावित रोगियों की जांच की गई।

सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि अभियान में आशा कार्यकर्ता ऐसे क्षेत्र जो कि विगत दो वर्ष से अधिक क्षय रोगी अथवा कोविड रोगी चिन्हित हुए हों और आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से दूर क्षेत्रों में लोगों की स्क्रीनिंग करेंगी। साथ ही दो हफ्ते से ज़्यादा खांसी, बुखार वाले लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची बनाकर चिन्हित कर सूची तैयार करेंगी। इसके साथ ही सीएचओ भी ओपीडी में एचआईवी व शुगर की भी जांच कारेगे और क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर सैंपल लेंगें व जांच के लिए लैब भेजेंगे। जाँच में टीबी की पुष्टि होने पर तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही नियमित दवा का सेवन व टीबी रोगियों के स्वास्थ्य का फॉलोअप किया जाएगा। अभियान में ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मी, ग्राम सचिव, ग्राम पंचायत सदस्य एवं टीबी चैम्पियन के सहयोग से सभी ग्राम पंचायतो में शिविर लगाकर लोगों को क्षय रोग के लक्षण, जाँच व उपचार एवं नियमित दवा के सेवन के प्रति जागरूक किया जाएगा।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजीव राय ने बताया कि यह अभियान सोमवार से शुरू होकर 21 कार्य दिवसों तक चलाया जाएगा। इस दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) के जरिए क्षय रोगियों को खोजने का काम किया जाएगा। इसके लिए जनपद के समस्त 127 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तीन-तीन शिविर हर सप्ताह लगाए जाएंगे। शिविर में एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं की टीम क्षय रोगियों की खोज करेंगी। साथ ही कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) क्षय रोगियों के चिन्हीकरण, जांच, उपचार, निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत डीबीटी, काउंसिलिंग व मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करेंगे।

जिला कार्यक्रम समन्वयक मोनिका यादव ने बताया कि 21 दिवसीय अभियान के दौरान दो हफ्तों से लगातार खांसी, खांसते समय बलगम या मुंह से खून आना, थकान रहना, लगातार वजन कम होना, बुखार रहना , सोते समय पसीना आना और सीने में दर्द रहना जैसे लक्षणों वाले मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इस तरह के लक्षण होने पर तुरंत ही अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीबी की जांच कराएं, पुष्टि होने पर तुरंत उपचार लें।