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खौफजदा 67 बेटियां नहीं पहुंचीं स्कूल

काउंसलिंग में स्कूल जाने से दो टूक किया इनकार
स्कूल का नहीं खुला ताला, बच्चों ने स्कूल से बनाई दूरी

आगरा। जहां एक ओर बच्चों की चहचहाहट स्कूल गूंजता था वही आज सन्नाटा पसरा रहा। खौफजदा बेटियां स्कूल नहीं गईं। स्कूल का ताला भी नहीं खुला। 123 बच्चों में से एक भी बच्चा स्कूल की दहलीज तक नहीं आया। बच्चों के चेहरे पर खौफ का साया साया छलक रहा था। लड़कियों काउंसलिंग दो टूक कहा कि जब तक स्कूल में आशुतोष शर्मा रहेंगे वह स्कूल नहीं जाएंगे। उधर पुलिस भी उन पर दबाव बनाती रही।

शमशाबाद के लहरा गांव में शिक्षक आशुतोष शर्मा बालिकाओं के साथ अश्लील हरकत करता था। थाना स्तर कार्यवाही नहीं हुई तो बेटियों ने चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस से लिखित मदद मांगी। वह बेटियों को लेकर जिला मुख्यालय लेकर पहुंचे। डीएम तथा कमिश्नर से कार्यवाही की मांग की। तब जाकर मुकदमा दर्ज हुआ। चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस पीड़ित छात्राओं से मिलने विद्यालय गए लेकिन वहां कोई भी बच्चा नहीं मिला। गेट पर ताला लगा था। गांव में बच्चियों की काउंसलिंग की तो उन्होंने कहा कि आशुतोष शर्मा जब तक विद्यालय में रहेंगे तब तक वह स्कूल नहीं जाएंगे।

उनसे डर लगता है। वह अश्लील हरकत करते हैं तथा रिवाल्वर दिखाते हैं। अब ‘गंदी बात’ सहन नहीं करेंगे। नरेश पारस ने बच्चियों की काउंसिलिंग करते हुए उनकी हिम्मत पर शाबाशी देते हुए कहा कि उनको न्याय दिलाने के लिए यथासंभव प्रयास करेंगे। उधर एसीपी सौरभ दीक्षित तथा थानाध्यक्ष आलोक कुमार दीक्षित ने गांव पहुंचकर बच्चियों के बयान दर्ज किए। वहीं दूसरी ओर गांव में पुलिस के लगातार आने से छात्राएं डरी और सहमी हुई हैं।

पुलिस को देख कर वह घरों में छिप जाती हैं। परिजनों ने बताया की पुलिस मेडिकल का दबाव बना रही है। उसके लिए छात्राएं खुद को असहज महसूस कर रही हैं। किशोर न्याय अधिनियम के तहत पुलिस को बच्चों के सामने सादा वर्दी में जाना चाहिए। बीएसए ने आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है।