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बांदा की कुचर्चित बालू खदानें : डीएम दुर्गा शक्ति के निर्देश होंगे कामयाब या फिस्स


संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। जिले में बालू के अवैध खनन को दबंग माफिया जिस तरह जिला प्रशासन और सरकार को चुनौती दें रहें हैं इस संबंध में फिलहाल जिला प्रशासन नें हमारी खबर को संज्ञान में लिया हैं। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल नें अवैध खनन पर कारवाई के लिये रविवार को बैठक की। खनिज पट्टों व कृषि भूमि से सम्बन्धित अनुज्ञा-पत्रों में हो रहे खनन- परिवहन की जांच के लिए एक रोस्टर बनवाया।

इसके मुताबिक उप जिलाधिकारियों क्षेत्राधिकारी पुलिस एवं खान निरीक्षक अपने-अपने सम्बन्धित क्षेत्र में हो रहे खनन – परिवहन कार्य का औचक निरीक्षण कर नियमानुसार जांच करेंगे। यदि कोई अवैध खनन पाया जाता है तो पट्टा प्रतिबन्धित करते हुए पट्टेधारक को नोटिस देकर उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों पुलिस क्षेत्राधिकारियों एवं खान अधिकारी प्रतिदिन प्रवर्तन कार्य करने के निर्देश दिये हैं। कहा की किसी भी दशा में अवैध परिवहन -खनन नही होने दिया जाये। उन्होंने ओवर लोडिंग करने वाले वाहनों पर भी चेकिंग कर कड़ी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं।


आपको बता दें की जिले में बालू माफिया कथित तौर पर संबंधित अधिकारियों और कुछ दलाल मीडिया कर्मियों को धन वितरण का ठेका देकर डंके की चोट पर अवैध खनन एवं परिवहन करा रहे हैं। जिले में मरौली खदान पांच एवं मरौली खंड छह,खपटिहा खदान 100/3,खदान सबादा खादर, वेंदा, बड़ी बड़ोंखर एवं ज़रर के बीच गोविंद पुरवा में खदान संचालक एक प्रतिशत भी मानक के अनुरूप बालू खनन नहीं कर रहें हैं।

यह सारी खदानें अवैध खनन में बेखौफ हैं। जिला प्रशासन में न डीएम का डर हैं और न ही सरकार के मुखिया मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ का भय? दबंग अपना काम साधने के लिये सब को साधे हैं ? देखना होगा की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के अवैध खनन एवं परिवहन पर रोक के निर्देश उनके मातहत अधिकारी कामयाब बनाते हैं या सब कुछ हवा हवाई साबित होंगे।