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केरल के मंदिरों में अब नहीं लगेंगी RSS की शाखाएं-त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड

केरल। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने अपने नियंत्रण वाले सभी मंदिरों को निर्देश जारी किया है कि वे मंदिर परिसर में आरएसएस द्वारा आयोजित सामूहिक अभ्यास और अन्य गतिविधियों की अनुमति न दें। हालांकि इस संबंध में एक प्रतिबंध पहले से ही लागू है, नया निर्देश राज्य भर के कुछ मंदिरों में अभी भी आरएसएस की गतिविधियों के जारी रहने की खबरों के मद्देनजर आया है। त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड अध्यक्ष के अनंतगोपन ने कहा कि आरएसएस की शाखाएं कई मंदिरों में चल रही थीं और वहां अभ्यास कर रही थीं। यही वजह है कि ऐसा सर्कुलर जारी किया गया। मंदिर श्रद्धालुओं के लिए होते हैं, श्रद्धालुओं को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। यह है बोर्ड का स्टैंड है।
त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड ने 18 मई को एक सर्कुलर जारी कर उनके अधीन सभी मंदिरों को मंदिर परिसर में आरएसएस द्वारा आयोजित सामूहिक अभ्यास और अन्य गतिविधियों की अनुमति नहीं देने के लिए कहा। सर्कुलर में कहा गया है कि इसका सख्ती से पालन किया जाए और जो अधिकारी इसका पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड ने 30 मार्च को एक आदेश जारी किया था कि मंदिर के अनुष्ठानों और त्योहारों को छोड़कर मंदिर परिसर का इस्तेमाल किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
एलडीएफ सरकार ने भी आरएसएस के खिलाफ मंदिर परिसर का इस्तेमाल हथियारों के साथ या बिना शारीरिक प्रशिक्षण के लिए किया था। स्वयं मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने अपनी शाखाओं और शारीरिक प्रशिक्षण के लिए मंदिर परिसर का उपयोग करने के लिए आरएसएस की आलोचना की थी।

 जानिए त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड के बारे में
केरल राज्य के 1248 मंदिरों का प्रबंधन त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (TDB) करता है। यह एक स्वतंत्र संस्था है। इसका गठन त्रावणकोर कोचीन हिंदू रिलीजियस इंस्टीट्यूशन एक्ट XV 1950 के तहत हुआ था। प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के सभी अनुष्ठान भी इसी बोर्ड के निर्देशन में होते हैं। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के अध्यक्ष वरिष्ठ CPM नेता के अनंतगोपन हैं।